गिद्दी(हजारीबाग) : चैनपुर कटहल टोला में विधायक मद के कूप में मनरेगा योजना से कूप निर्माण का मामला सामने आने के बाद डाड़ी प्रखंड के पदाधिकारियों व कर्मचारियों के बीच परेशानी खड़ी हो गयी है. हजारीबाग डीडीसी ने इसके जांच का आदेश दिया है. अपने बचाव के लिए प्रखंड के कर्मचारी व पदाधिकारी हर तरह का तिकड़म लगा रहे हैं. इसके बावजूद उनके अंदर बेचैनी है. प्रखंड के पदाधिकारी व कर्मचारी विधायक मद के कूप को मनरेगा तथा मनरेगा के पुराने कूप को विधायक मद का कूप बता रहे हैं. यह सब कुछ योजना में लूट के लिए किया जा रहा है.
लोगों को गुमराह करने के लिए मनरेगा के पुराने कूप में कुछ दिन पहले विधायक मद का शिलापट्ट लगा दिया गया था. उन्हें जब लगने लगा है कि इससे हम फंस सकते हैं, तो इसे रातो-रात हटा दिया गया. इससे उनकी उलझन सुलझ नहीं रही है, बल्कि उलझती जा रही है.
होन्हेमोढ़ा पंचायत के चैनपुर कटहल टोला में एक वर्ष पहले जनवरी माह में 99 हजार रुपये की लागत से कूप का निर्माण गांव के अभिकर्ता ने शुरू किया था. अभिकर्ता ने तीन किस्तों में अधिकांश पैसों की निकासी कर ली है. कूप खुदाई के बाद बांधने के लिए उसने ईंटा भी गिराया था, लेकिन इसका कार्य पूरा नहीं हुआ.
बताया जाता है कि इस बीच मनरेगा से जुड़े कुछ लोगों ने अभिकर्ता को राय दी कि हमलोग कूप को ईंट से बांध देंगे, लेकिन चुपचाप रहना है. इसके बाद विधायक मद के इस कूप में मनरेगा योजना के पैसे को लूटने के उद्देश्य से खेल शुरू हुआ. मनरेगा योजना का कूप साबित करने के लिए हर कागजी प्रक्रिया पूरी की गयी है. इसमें प्रखंड के पदाधिकारी व कर्मचारी से लेकर पंचायत प्रतिनिधि तकशामिल हैं.
मनरेगा योजना के मस्टर रोल से 25 अप्रैल 18 से लेकर अब तक 76 हजार 548 रुपये की निकासी कर मजदूरों के खाते में भेज दिया गया है. हैरत की बात यह है कि जिन मजदूरों के खाते में भेजा गया है. उसमें अधिकांश मजदूर इस कूप में काम किया ही नहीं है. हालांकि इस पैसे को मजदूर के नाम पर बंदरबांट कर लिया गया है. ग्रामीण बताते हैं कि पिछले 10-15 दिनों से इस कूप में चार-पांच मजदूर नियमित रूप से काम कर रहे हैं. टोला के लोगों का कहना है कि यह कूप विधायक मद से यहां का एक युवक काम करा रहा था. अब सुनने में आ रहा है कि मनरेगा योजना से इसका काम हो रहा है.
टोला के लोगों का कहना है कि हमलोग यहीं के रहनेवाले हैं. किसके बारे में क्या बोले. प्रखंड के पदाधिकारी यहां के जिस पुराने मनरेगा कूप को विधायक मद का कूप बता रहे हैं. दरअसल टोला के एक व्यक्ति के नाम से दो-तीन वर्ष पहले मनरेगा योजना से बना है. इस कूप की छानबीन गहराई से होगी, तो सब कुछ सामने आ जायेगा. प्रखंड के पदाधिकारियों व कर्मचारियों ने कई कमियां छोड़ रखी है. जांच आगे बढ़ेगी, तो सच सामने आ जायेगा.