उरीमारी : हेवी ब्लास्टिंग के विरोध में गैरा टोला के ग्रामीणों ने न्यू बिरसा परियोजना में चल रहे आउटसोर्सिंग कार्य को बंद करा दिया. लगभग चार घंटे तक कोयले की ढुलाई पूरी तरह बाधित रही. ग्रामीणों का कहना था कि प्रबंधन द्वारा हेवी ब्लास्टिंग नहीं करने का बार-बार आश्वासन दिया जाता है. फिर भी हेवी ब्लास्टिंग कर ग्रामीणों की जान खतरे में डालने का काम किया जा रहा है.
घरों को क्षति पहुंच रही है. आंदोलन की सूचना पर पहुंचे परियोजना पदाधिकारी डीके रामा ने ग्रामीणों से वार्ता की. उन्होंने आश्वासन दिया कि हेवी ब्लास्टिंग नहीं की जायेगी. 34 घरों के ग्रामीण को मुआवजा व पुनर्वास की दिशा में काम किया जायेगा. जब तक मुआवजा व पुनर्वास की व्यवस्था नहीं होगी, तब तक हेवी ब्लास्टिंग पर रोक रहेगी.
पीओ के आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने आंदोलन वापस ले लिया. आंदोलन में विस्थापित नेता संजय करमाली, विनोद हेंब्रम, बंशीलाल मांझी, बहादुर मांझी, विनोद कुमार, अजय करमाली, साबिर मांझी, संजू मांझी, पवन करमाली, राहुल कुमार, बसंती देवी, सुकुरमुनी देवी, वैष्णो देवी, जग्गी देवी, किरण शामिल थे.