जल स्तर नीचे जाने से चापानल से कम निकल रहा है पानी, लोग परेशान फोटो: 17 डालपीएच 15 मेदिनीनगर. पलामू प्रमंडलीय मुख्यालय मेदिनीनगर शहरी क्षेत्र के लिए जल संकट कोई नयी समस्या नहीं है. गरमी के दिनों में जल संकट गहरा जाता है और लोग पानी के जुगाड़ में परेशान रहते हैं. मार्च महीना से ही शहर के ड्राइजोन इलाके में जल संकट शुरू हो जाता है. शहर के आस-पास के नदी नाले सूखने लगे हैं. होली पर्व समाप्त हुआ और धूप में तेजी आ गयी है. कोयल नदी सूखने लगी है. नगर निगम क्षेत्र में शामिल नये इलाके निमियां, सूदना, बैरिया, बैंक कालोनी, हाउसिंग कालोनी में तेजी से जल स्तर नीचे जा रहा है. सूदना को छोड़कर अन्य सभी ड्राइजोन इलाके में जलापूर्ति की कोई व्यवस्था नहीं है. जल स्तर नीचे चले जाने से चापानलों से पानी कम निकलना शुरू हो गया है. लोगों की मानें तो मार्च महीनें में धूप तेज होते ही जल संकट ने दस्तक दे दी है. लोगों की मानें तो 15-16 मार्च तक यह स्थिति है तो अप्रैल-मई में क्या हाल होगा. वैसे शहर के पहाड़ी मोहल्ला, आबादगंज, हमीदगंज सहित अन्य इलाके पूर्व से ही ड्राइजोन के रूप में चिन्हित हैं. हमीदगंज व आबादगंज में जलापूर्ति पर ही लोग निर्भर रहते हैं. पहाड़ी मोहल्ला कोयल नदी तट पर बसा हुआ है. फिर भी वहां जल संकट हमेशा बनी रहती है. लोग का कहना है कि इस मोहल्ले में जलापूर्ति की व्यवस्था नहीं है. जो सक्षम लोग हैं वे जार का पानी खरीदकर पीते हैं. लेकिन अन्य कार्यों के लिए उन्हें कोयल नदी पर निर्भर रहना पड़ता है. गर्मी के दिन में चुआं खोदकर लोग पानी का जुगाड़ करते हैं. इधर बैंक कालोनी, बैरिया व निमियां में जल स्तर नीचे चले जाने की वजह से चापानल से कम पानी निकल रहा है लोग परेशान हैं. स्थिति यह है कि रात्री में लोग करीब आधा किलोमीटर दूर दूसरे चापानल से पानी लाने काे मजबूर हैं. यही स्थिति निमियांं व बैरिया में भी है.
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