हुसैनाबाद व बिहार के किसानों को आज से मिलेगा नहर से पानी
प्रतिनिधि, मोहम्मदगंज
पिछले 26 जून को कोयल नहर में पानी छोड़े जाने के करीब 24 घंटा बाद नहर में पानी का बहाव शून्य कर दिया गया. नहर का मुख्य तीन गेटों को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है. जबकि नहर में पानी का बहाव 271 क्यूसेक रखा गया था. जो हुसैनाबाद अनुमंडल के तीनों प्रखंड के किसानों के खेतों के लिए पर्याप्त बताया जाता है. नहर में पानी खोले जाने के कारण हुसैनाबाद के किसान खेतो में धान का बिचड़ा डालना शुरू किया था.अचानक पानी रोके जाने से खेती को लेकर परेशानी बढ़ी थी, जिसे विभाग ने 10 दिनों की मरम्मत के बाद बिहार के नहर के दो फाटक को ठीक किया है. शनिवार से फिर से नहर में भीम बराज से पानी छोड़े जाने की जानकारी अधिकारियों ने दिया है. मुख्य नहर से पलामू के हुसैनाबाद अनुमंडल व बिहार के मुख्य रूप से औरंगाबाद जिला के नवीनगर प्रखंड के किसान लाभान्वित होते है. हुसैनाबाद अनुमंडल की सीमा में पड़ने वाले नहर के सभी फाटक सही सलामत रहने कारण नहर में पानी छोड़े गये थे. नहर का पानी का प्रवाह बढ़ाने के बाद नबीनगर के किसानों के खेतों तक पहुंचती है. विभाग से मिली जानकारी के अनुसार,नवीनगर क्षेत्र के नहर में लगा दो सीआर गेट 1073 व 1124 में तकनीकी खराबी के कारण नहर में पानी छोड़े जाने के 24 घंटे बाद ही नहर में पानी बंद कर दिया गया था. मरम्मत के बाद हुसैनाबाद व नबीनगर के किसानों को एक साथ अब नहर से पानी देने की योजना शनिवार से पूरी कर लिया गया है.मुख्य अभियंता के आदेश पर पानी किया गया था बंद
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