तापमान में लगातार गिरावट, सड़कों पर छाया सन्नाटा प्रतिनिधि, मेदिनीनगर पलामू जिले में कड़ाके की ठंड पड़ रही है. लगातार गिरते तापमान और सर्द हवाओं के कारण कनकनी काफी बढ़ गयी है. शुक्रवार को पूरा जिला घने कोहरे की चादर में लिपटा रहा. सुबह के समय कोहरे का घनत्व इतना अधिक था कि 10 मीटर दूर तक कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा था. घने कोहरे के कारण सुबह नियमित टहलने वाले लोग घरों में दुबके रहे, वहीं सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा. वाहनों की आवाजाही काफी कम रही और जो इक्का-दुक्का वाहन चले, वे भी लाइट जलाकर रेंगते नजर आए. कोहरे के कारण चालकों को वाहन चलाने में भारी परेशानी हुई. कोहरे से टपकती पानी की बूंदों से धरती भीगी हुई नजर आयी, जिससे ऐसा प्रतीत हो रहा था मानो रात में बारिश हुई हो.जिले के न्यूनतम तापमान में काफी गिरावट दर्ज की गई है। इसका असर शहरी के साथ-साथ ग्रामीण इलाकों में भी अधिक महसूस किया जा रहा है. नवंबर की शुरुआत से ही तापमान में गिरावट का दौर जारी था, लेकिन एक दिसंबर के बाद ठंड में तेजी से इजाफा हुआ है। अधिक कोहरा और कम तापमान के कारण ठंड का प्रकोप काफी बढ़ गया है. घर में दुबके बुजुर्ग, अलाव बना ठंड से बचाव का सहारा घने कोहरे के कारण लोगों को भगवान सूर्य के दर्शन भी नहीं हो सके, जिससे ठंड का असर और अधिक बढ़ गया। ऐसे मौसम में बुजुर्ग, बीमार और छोटे बच्चे घरों में ही दुबके रहे. लोग ठंड से बचने के लिए उपलब्ध गर्म कपड़ों का सहारा ले रहे हैं. सुबह और शाम के समय लोग आग तापते नजर आ रहे हैं. खासकर गरीब और असहाय परिवारों के लिए अलाव ही ठंड से बचने का मुख्य सहारा बना हुआ है. कंबल वितरण शुरू नहीं, प्रशासन पर उठ रहे सवाल जाड़े के मौसम में हर वर्ष जिला प्रशासन की ओर से गरीब, असहाय और बुजुर्गों के बीच कंबल का वितरण किया जाता है. लेकिन इस वर्ष अब तक कंबल वितरण की शुरुआत नहीं की गयी है. जबकि राज्य सरकार द्वारा कंबल वितरण के लिए राशि का आवंटन किया जा चुका है. ऐसी स्थिति में जिला प्रशासन की ओर से राहत कार्य शुरू नहीं किये जाने पर लोग सवाल खड़े कर रहे हैं. लोगों का कहना है कि ठंड बढ़ने के बावजूद कंबल वितरण नहीं होना चिंता का विषय है. ठंड से सतर्क रहने की अपील मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार पलामू में आने वाले दिनों में ठंड और शीतलहर का प्रकोप और बढ़ सकता है. सर्द हवाओं और सुबह-शाम की बढ़ती कनकनी से आम जनजीवन प्रभावित हो रहा है. चिकित्सकों ने लोगों से विशेष सावधानी बरतने की अपील की है. उन्होंने कहा कि ठंड के मौसम में शरीर का तापमान संतुलित रखना अत्यंत आवश्यक है, अन्यथा बीमार पड़ने का खतरा बढ़ जाता है. चिकित्सकों ने पर्याप्त गर्म कपड़े पहनने, सुबह-शाम गर्म पानी पीने, ताजा भोजन करने और गर्म पेय पदार्थों के सेवन की सलाह दी है। साथ ही बच्चों, बुजुर्गों और मरीजों को ठंड से बचाने के लिए विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत बतायी है.
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