शहर के सभी मस्जिदों में तरावीह मुकम्मल फोटो:17डालपीएच 07 प्रतिनिधि,मेदिनीनगर इस्लाम धर्मावलंबियों का पवित्र माह रमजान चल रहा है. चांद दिखने के बाद रमजान माह शुरू हुआ. ऐशा की नमाज के बाद सभी मस्जिदों में तरावीह की विशेष नमाज उसी दिन से शुरू हो गयी. कई मस्जिदों में रमजान माह के 14 व 15 दिन में तरावीह की विशेष नमाज मुकम्मल हुई. जिले के शहरी एवं ग्रामीण इलाकों के मस्जिदों में तरावीह के नमाज पढ़ी गयी. इस दौरान हाफीज व मौलाना के द्वारा कुरान पढ़ा गया. जिला मुख्यालय मेदिनीनगर के छहमुहान स्थित जामा मस्जिद में पेश इमाम मुफ्ती मोहम्मद शाहनवाज कासमी, छोटी मस्जिद में खतीब व इमाम मौलाना हाफिज कारी मुफ्ती जुबैर अख्तर बरकाती, नूरी मस्जिद में मुफ्ती कैसर रजा, मदिना मस्जिद में मौलाना रागीब नदीम, मिल्लत मस्जिद में मौलाना ने तरावीह की विशेष नमाज पढ़ाया. इस तरह शहर के सभी मस्जिदों में तरावीह मुकम्मल हुआ. नमाज के दौरान नमाजियें ने मुल्क की हिफाजत, तरक्की व अमन चैन की दुआ अल्लाह से किया. इसके बाद नमाजियों ने सभी मस्जिदों के पेश इमाम को माला पहनाकर उपहार से नवाजा. जामा मस्जिद के पेश इमाम मुफ्ती मोहम्मद शाहनवाज कासमी ने रमजान माह में तरावीह के महत्व पर रोशनी डाला. उन्होंने कहा कि पूरे माह तरावीह पढ़ना सुन्नत है.यह अल्लाह की इबादत का प्रमुख हिस्सा है. रमजान माह में सर्वाधिक समय अल्लाह की इबादत में गुजारना चाहिये. रमजान का महिना शुरू होते ही मस्जिदों में तरावीह शुरू हो गया था, जो मुकम्मल हुआ. उन्होंने कहा कि नमाजियों को यह नहीं सोचना चाहिये कि तरावीह मुकम्मल हुआ तो अब उन्हें तरावीह पढ़ने की जरूरत नहीं है. उन्होंने स्पष्ट करते हुए कहा कि पूरे माह तरावीह पढ़ना चाहिये. मस्जिदों में सूरे तरावीह शुरू हो गया है. इस दौरान कुरान के छोटे सुरा का पाठ चल रहा है. सभी नमाजियों को तरावीह की अहमियत समझते हुए उस पर अमल करना चाहिये.
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