भांग गांव में परकोलेशन टैंक निर्माण में गड़बड़ी का आरोप प्रतिनिधि, पांकी. प्रखंड के हुरलांग पंचायत के भांग गांव में परकोलेशन टैंक निर्माण कार्य में अनियमितता का आरोप सामने आया है. ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि जिस स्थान पर चार माह पहले परकोलेशन टैंक का निर्माण किया गया था, उसी जगह फिर से नया टैंक खोदा जा रहा है. ग्रामीणों ने इस संबंध में पलामू उपायुक्त को लिखित आवेदन देकर जांच की मांग की है. उनका कहना है कि यह कार्य भूमि संरक्षण विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से कराया जा रहा है, जो सरकारी नियमों का खुला उल्लंघन है. ग्रामीण लक्ष्मण सिंह ने बताया कि बिना पूर्व सूचना के उनके खेत में टैंक की खुदाई कर दी गयी. वहीं, भूमि मालिक भोला उरांव ने कहा कि चार माह पहले पिंटू साव ने टैंक खुदवाया था, अब उसी जगह अरविंद प्रजापति के नाम से दोबारा खुदाई की जा रही है. ग्रामीणों ने कहा कि इस तरह की अनियमितता केवल भांग गांव तक सीमित नहीं है, बल्कि पूरे पंचायत में कई स्थानों पर ऐसा किया जा रहा है. उन्होंने उच्च अधिकारियों से पूरे मामले की जांच कराने और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है. क्या है परकोलेशन टैंक परकोलेशन टैंक एक कृत्रिम जलाशय होता है, जिसमें वर्षा जल को एकत्र किया जाता है, ताकि वह धीरे-धीरे जमीन में रिसकर जलस्तर को बनाए रखे. यह जल संरक्षण और मृदा संरक्षण के लिए अत्यंत उपयोगी योजना है. ग्रामीणों के अनुसार, लक्ष्मण सिंह के खेत में बिना सूचना 100×100 फीट का परकोलेशन टैंक (छोटा तालाब) खोद दिया गया है.
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