हरिहरगंज ़ पीपरा प्रखंड के सोनवे गांव का आयुष्मान आरोग्य मंदिर दूसरे स्थान यदुडीह पहाड़ीतर में बनाये जाने को लेकर सोमवार को ग्रामीणों ने कड़ा विरोध जताया. ग्रामीणों का कहना है कि सोनवे से यदुडीह जाने के लिए मरीजों को बतरे नदी पार करनी पड़ती है और पांच किलोमीटर से अधिक दूरी तय करनी पड़ती है. इससे स्वास्थ्य सुविधा का लाभ समय पर मिलना कठिन हो जायेगा. 200 घरों में 1000 से अधिक की आबादी ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि सोनवे में करीब 200 घरों में 1000 से अधिक की आबादी है, इसके बावजूद ठेकेदारी और बिचौलियों के दबाव में आयुष्मान आरोग्य मंदिर को यदुडीह में स्थानांतरित कर दिया गया. उन्होंने चेतावनी दी कि स्वास्थ्य केंद्र यदि सोनवे गांव में ही संचालित नहीं हुआ, तो वे चरणबद्ध आंदोलन और सड़क जाम करेंगे. ग्रामीणों का कहना है कि जब स्वास्थ्यकर्मी सोनवे से उपकरण और अन्य सामान हटाने लगे, तभी उन्हें जानकारी हुई कि केंद्र को स्थानांतरित कर दिया गया है. सफाईकर्मी को हटाने पर भी नाराज़गी ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि करीब दो वर्षों से सेवा दे रही सफाईकर्मी किरण कुंवर को डॉ. जाहूल हक ने हटा दिया, जबकि उसका कई माह का मानदेय भी बकाया है. इससे भी लोगों में आक्रोश बढ़ा है. आक्रोश जताने वालों में दिनेश मेहता, युगेश्वर प्रसाद, इंद्रदेव साव, कृष्णा साव, गणेश साव, डोमन साव, रामजनम साव, यदुनंदन साव, देवराज मेहता, अजय मेहता, अनीता देवी, रीता देवी, स्वाति वर्मा समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण शामिल थे. सीएचसी प्रभारी ने दी सफाई इस मामले में सीएचसी प्रभारी डॉ गोपाल प्रसाद ने कहा कि उनकी जानकारी के बिना ही आयुष्मान आरोग्य मंदिर का भवन यदुडीह में बना दिया गया है. उन्होंने बताया कि फिलहाल भवन का हैंडओवर प्रक्रिया पूरी नहीं हुई है.
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