मेदिनीनगर. नीलांबर-पीतांबर विश्वविद्यालय में झारखंड छात्र मोर्चा के द्वारा दो दिनों से विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलन किया जा रहा है. जिससे विश्वविद्यालय का काम प्रभावित हो रहा था. शनिवार को सदर एसडीएम सुलोचना मीणा विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन पहुंचीं. धरना पर बैठे छात्र संगठनों से बात की. छात्र नेताओं द्वारा मांग रखी गयी. एसडीएम ने मांग पत्र को लेकर विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार व परीक्षा नियंत्रक से बात की. जिसके बाद विश्वविद्यालय ने लिखित रूप से दिया. विश्वविद्यालय के परीक्षा विभाग ने कहा है कि जितनी भी परीक्षाएं विश्वविद्यालय द्वारा ली गयी है. उसका रिजल्ट फरवरी की अंतिम सप्ताह में प्रकाशित कर दिया जायेगा. इसके बाद छात्रों का आंदोलन समाप्त हुआ. इस संबंध में एसडीएम सुलोचना मीणा ने बताया कि छात्रों ने ज्ञापन दिया था. छात्रों की मांग थी कि छह माह पूर्व परीक्षा हुई है. उसका रिजल्ट प्रकाशित नहीं किया जा रहा है. इस संबंध में एसडीएम ने विश्वविद्यालय के अधिकारियों से बात की. अधिकारियों ने बताया कि आचार संहिता के कारण रिजल्ट प्रकाशित नहीं हो पाया था. उसके बाद अभी 31 जनवरी से वीसी का पद खाली हो गया है. कहा कि विश्वविद्यालय की ओर से राजभवन को भी एनपीयू में वीसी की पोस्टिंग के लिए लिखा जा रहा है, ताकि छात्रों का काम सुचारू रूप से चल सके. पीजी सत्र 21-23 सेमेस्टर चार का रिजल्ट एक सप्ताह के अंदर प्रकाशित किया जायेगा. शेष परीक्षा परिणाम बचे हुए हैं. फरवरी माह के अंत तक प्रकाशित कर दिया जायेगा. छात्र नेता सुमित पाठक ने कहा कि विश्वविद्यालय के इतिहास में पहली बार परीक्षा नियंत्रक के द्वारा लेटर पैड पर लिखित आश्वासन दिया गया. विवि प्रशासन अपने रवैया से बाज नहीं आता है, तो झारखंड छात्र मोर्चा सड़क से लेकर सदन तक आंदोलन करेगा. राज्यपाल का भी ध्यान आकृष्ट कराया जायेगा. छात्र संगठनों के आंदोलन के कारण विश्वविद्यालय के पदाधिकारियों को निर्णय लेना पड़ा. मौके पर जिलाध्यक्ष कौशल किशोर, सौरव पाठक, फैजल, मिंटू कुमार, रूपेश कुमार, अंकेश रंजन, दीपक पांडे, आलोक तिवारी, किसलय दुबे सहित कई छात्र मौजूद थे.
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