शिकायत के बाद लोकपाल ने की जांच व कार्रवाई फोटो 27 डालपीएच- 10 उंटारी रोड. उंटारी रोड प्रखंड में मनरेगा योजना में गंभीर अनियमितताओं का मामला सामने आया है. लुंबा सतबहिनी पंचायत के गवरलेटवा गांव में मनरेगा के तहत डोभा निर्माण कार्य स्वीकृत हुआ था, जिसे मुंद्रिका रजवार के खेत में किया जाना था, लेकिन जांच में पाया गया कि यह निर्माण वन विभाग की भूमि पर कराया गया, जो योजना के उद्देश्य और नियमों का उल्लंघन है. स्थानीय ग्रामीणों ने इस गड़बड़ी की शिकायत जिला मनरेगा लोकपाल शंकर कुमार से की. 12 जनवरी 2024 को लोकपाल द्वारा स्थल निरीक्षण किया गया, जिसमें मनरेगा बीपीओ, रोजगार सेवक, जेइ और लाभुक को बुलाया गया. जांच में स्पष्ट हुआ कि निर्माण कार्य में न तो स्वीकृत प्राक्कलन का पालन हुआ, न गुणवत्ता का ध्यान रखा गया. साथ ही योजना में कार्य से अधिक राशि की निकासी की गयी. जिसमें 1,22,400 रुपये का भुगतान नियमों के विरुद्ध पाया गया. जब रोजगार सेवक से योजना से संबंधित अभिलेख मांगे गये, तो वे उपलब्ध नहीं कराये गये. तीन दिन का समय दिये जाने के बावजूद कोई दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किया गया. लोकपाल ने इसे मनरेगा अधिनियम का उल्लंघन मानते हुए पर्वेक्षण व क्रियान्वयन एजेंसी को दोषी ठहराया और पंचायत के मुखिया सहित अन्य जिम्मेदार कर्मियों पर अर्थदंड लगाया. हालांकि, डेढ़ वर्ष बीत जाने के बाद भी अर्थदंड की राशि जमा नहीं की गयी है, जो मनरेगा के नियमों की खुली अवहेलना है. इस पर प्रखंड विकास पदाधिकारी श्रवण कुमार भगत ने कहा कि यह मामला उनके कार्यकाल से पूर्व का है. उन्होंने संबंधित योजना को बंद कराते हुए भविष्य में ऐसी गलतियों से बचने का निर्देश दिया है. साथ ही यह भी आश्वासन दिया कि अर्थदंड की राशि जमा न होने की स्थिति की जांच करायी जायेगी.
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