प्रतिनिधि, हुसैनाबाद शहर के जामा मस्जिद परिसर में अजमते ए वालिदेन कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का आयोजन समाजसेवी शेर अली ने अपनी मां मरहुमा सैमुन निशा के चालीसवां के मौके किया था. मौलाना इकबाल मुरादाबादी ने कहा कि मां बाप अपने औलादों के लिए खुदा की अजीम रहमत है. जब औलादें अपने मां -बाप की खिदमत करते हैं और उनके दिल को खुश रखते हैं, तो ऐसे औलादों से अल्लाह भी खुश रहता है. उन्होंने कहा जिन लोगों के मां -बाप इस दुनिया से रुकसत हो चुके हैं, वे अपने लोग रिश्तेदारों और समाज में भलाई का काम करके अपने मां बाप की आत्मा को सुकून पहुंचा सकते हैं. कॉन्फ्रेंस में मौलाना इफ्तेखार नूरी ने लोगों को नबी की सुन्नतों पर चलना ही सच्ची मोहब्बत है. इसी से इंसान दुनियां और आख़िरत में कामयाब होगा. साथ ही मां बाप की सेवा सबसे बड़ी इबादत है. कार्यक्रम की अध्यक्षता मौलाना खुर्शीद नूरी ने की. संचालन हसन फैजी लाल मोहम्मद ने किया. मौके पर अमीन, खान,आरजू खान, दानिश खान, मुबाशिर अहमद, महताब खान सलाहुद्दीन नूरी, सुहैल आलम जुल्फिकार अली, इमाम अली, वकील सिद्धकी, प्रो संजय कुमार सिंह, उदय सोनी, सचिन आनंद, आलमगीर आलम, मजहर अंसारी, सैयद अशद रिज़वी, नेहाल समेत काफी संख्या में लोग मौजूद थे.
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