राष्ट्रीय वानिकी दिवस आज
अजीत मिश्र
मेदिनीनगर : पर्यावरण के क्षेत्र में पिछले कई वर्षो से लगे कौशल किशोर जायसवाल के कार्यो को लेकर पर्यावरण व वन मंत्रालय ने एक बुकलेट तैयार किया है, जिसमें कौशल द्वारा पर्यावरण की रक्षा के लिए किये गये कार्य को सूचीबद्ध किया गया है. गौरतलब है कि छतरपुर प्रखंड के डाली गांव के रहने वाले कौशल किशोर जायसवाल 1966 से पर्यावरण की रक्षा के दिशा में कार्य कर रहे हैं, उस समय श्री जायसवाल की उम्र लगभग 10 साल के थे.
उस दौर में पलामू में भीषण अकाल भी पड़ा था. सब चर्चा कर रहे थे कि वन कटने के कारण बारिश कम हो रही है. इसी कारण भयावह अकाल पड़ा है. तब उन्होंने उस उम्र में ही यह ठानी थी कि वन बचाने और पौधे लगाने के अभियान में जुट जायेंगे, तब से लेकर आज तक वह इस अभियान में सक्रिय हैं. वनों की रक्षा के लिए श्री जायसवाल ने राखी मूवमेंट भी चलाया है. इसके माध्यम से हरे वृक्षों में राखी बांध कर उसकी रक्षा का संकल्प लिया जाता है. यह मूवमेंट न सिर्फ पलामू, बल्कि दूसरे राज्यों के अलावा भारत से सटे नेपाल में भी चलाया गया है. यही कारण है कि वन पर्यावरण मंत्रालय ने उनके कार्यो को सूचीबद्ध किया है. 21 मार्च को राष्ट्रीय वानिकी दिवस मनाया जाता है.