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पलामू में शिक्षा व्यवस्था खराब

बंद आगंनबाड़ी केंद्रों की सेविका को चयनमुक्त करें पांकी प्रखंड के पीरीमोड़, सगालीम में आंगनबाड़ी केंद्र बंद, आसेहार पूर्वी टोला केंद्र पर पांच बच्चे थे. मेदिनीनगर : झारखंड बाल संरक्षण आयोग के सदस्य डॉ मनोज कुमार ने कहा कि पलामू का दो दिवसीय दौरा किया गया. पहले दिन हरिहरगंज के खड़गपुर में चार बच्चों को […]

बंद आगंनबाड़ी केंद्रों की सेविका को चयनमुक्त करें
पांकी प्रखंड के पीरीमोड़, सगालीम में आंगनबाड़ी केंद्र बंद, आसेहार पूर्वी टोला केंद्र पर पांच बच्चे थे.
मेदिनीनगर : झारखंड बाल संरक्षण आयोग के सदस्य डॉ मनोज कुमार ने कहा कि पलामू का दो दिवसीय दौरा किया गया. पहले दिन हरिहरगंज के खड़गपुर में चार बच्चों को मौत ट्रक से कुचलने से हो गयी थी. सूचना पर आयोग की टीम ने उनके परिजनों से मिलकर स्थिति का जायजा लिया. सरकार से मिलने वाली सुविधा के लिए पहल की. इंदिरा आवास, मनरेगा जॉब कार्ड से जोड़ा गया और एक बच्चे को आवासीय विद्यालय में नामांकित कराया गया.
उन्होंने कहा कि सभी काफी गरीब परिवार के लोग है. डॉ कुमार ने कहा कि दूसरे दिन पांकी प्रखंड के पीरीमोड के कोड संख्या 193, व सगालीम के बढई टोला कोड संख्या 158 आगंनबाड़ी केंद्र का निरीक्षण किया गया. दो केंद्र बंद पाया गया. आसेहार पूर्वी टोला के आगंनबाड़ी केंद्र संख्या 162 में 42 बच्चे रजिस्टर में नामांकित है. निरीक्षण के दौरान मात्र पांच बच्चे पाये गये. दो दिन पूर्व की उपस्थिति 42 दिखाया गया. उन्होंने कहा कि पीरीमोड व सगालीम के बढई टोला के आगंनबाड़ी केंद्र की सेविका को चयनमुक्त करने निर्देश जिला समाज कल्याण पदाधिकारी को दिया गया है. डॉ कुमार ने कहा कि आसेहार के करीवा पत्थर उत्क्रमित मवि में पिछले एक माह से बच्चों को मध्याह्न भोजन बंद है. इस विद्यालय में कक्षा एक से आठ तक कक्षा चलती है. 96 बच्चों में मात्र 16 बच्चे उपस्थित थे. बगल के नया भवन हमेशा बंद रहता है. उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा बच्चों के लिए सुविधा मुहैया करायी गयी है. वह बच्चों को उपलब्ध कराना प्राथमिकता है.
शिक्षा अधिकार कानून का हनन नहीं होने दिया जायेगा. उन्होंने कहा कि पलामू डीसी ने आयोग के टीम के देखरेख के लिए अधिकारियों को लगाया था, वह देखने तक नहीं आये. उन्होंने कहा कि शिक्षा व आगंनबाड़ी केंद्रों की स्थिति पलामू में काफी खराब है. इसमें व्यापक स्तर पर सुधार की जरूरत है. उन्होंने कहा कि लेस्लीगंज कस्तूरबा विद्यालय में शिक्षिका द्वारा बच्ची के साथ मारपीट के मामले में पूछताछ की गयी.
शिक्षिका विनीता कच्छप ने स्वीकार किया कि आगे से गलती नहीं होगी. इस मामले में डीएसइ को कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है. बच्चियों से व्यवस्था के बारे में पूरी जानकारी ली गयी. आयोग सदस्य भूपन साहू ने कहा कि हरिहरगंज के कौआखोह अनुसूचित जाति आवासीय विद्यालय की स्थिति काफी जर्जर देखा गया. गदंगी का अंबार था. प्राचार्य दो विद्यालय के प्रभार में थे. जिला कल्याण पदाधिकारी को अतिशीघ्र सुधार करने का निर्देश दिया गया है. मौके पर डीडब्लओ सुभाष कुमार, जितेंद्र कुमार मौजूद थे.

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