पांकी, हेरहंज : भारतीय स्टेट बैंक, पांकी शाखा के मैनेजर प्रमोद सिंह अपहर्ताओं के चंगुल से मुक्त हो गये हैं. वहीं उनके साथ अगवा किये गये फील्ड मैनेजर अनूप कुमार लाल और लेखापाल एंजल केरकेट्टा अब भी अपहर्ताओं के कब्जे में हैं. तीनों का शनिवार की शाम पांच पांकी–बालूमाथ मार्ग पर ताल घाटी के पास से अपहरण कर लिया गया था.
पलामू एसपी नरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि इस घटना में पीएलएफआइ उग्रवादियों का हाथ है. पुलिस को जो सूचना है, उसके मुताबिक लक्ष्मण के दस्ता ने इस घटना को अंजाम दिया है. बैंक मैनेजर मुक्त हो गये हैं. पुलिस के बढ़ते दबाव के कारण उन्हें बालूमाथ के हेरहंज से मुक्त किया गया है.
दो बैंककर्मियों को मुक्त कराने के लिए छापामारी की जा रही है. हालांकि बैंक मैनेजर प्रमोद सिंह का कहना है कि वह सुबह में किसी तरह अपहर्ताओं के चंगुल से भाग निकले.
पैदल हेरहंज थाना पहुंचे
गिरोह के चंगुल से भागने के बाद बीएम प्रमोद सिंह किसी तरह रविवार को पैदल हेरहंज थाना पहुंचे. आप बीती सुनायी. थानेदार विनय कुमार सिंह ने पांकी थाना पुलिस को सूचित किया. इंस्पेक्टर पीके मिश्र हेरहंज पहुंचे. सुरक्षा घेरे में बीएम प्रमोद को लेकर हेडक्वार्टर रवाना हो गये.
बैंककर्मियों में हड़कंप
घटना के बाद से बैंक कर्मियों में हड़कंप है. दो अन्य बैंक कर्मियों को सकुशल मुक्त कराने के लिए छापामारी अभियान जारी है. गैंग का उदभेदन अब तक नहीं हो पाया है. चर्चा है कि 2.5 लाख रुपये देने के बाद बैंक मैनेजर को अपहरणकर्ताओं ने मुक्त किया है. हालांकि बीएम प्रमोद सिंह ने फिरौती देने की बात से इनकार किया है.
अपहर्ता नींद में थे, भाग निकला
पांकी (पलामू) : अपहरण के बाद रात में सभी जंगल में ही सोये. अपहर्ताओं ने मेरे साथ बुरा सलूक नहीं किया. भोर के करीब तीन बज रहे थे. आंख खुली, तो देखा कि सभी गहरी नींद में सो रहे हैं. पहले वाच किया, देखा कि कोई जगा तो नहीं है. जब पूरी तरह से आश्वस्त हो गया, तो मौका पाकर वह वहां से निकल भागा.
भाग कर पास के इनातु गांव पहुंचा. ग्रामीणों को जब अपने बारे में बताया, तो उनलोगों ने काफी सहयोग किया. अपने घर में रखा, फिर मुङो हेरहंज थाना ले गये. वहां से पांकी आये हैं. घटना के बारे में बैंक मैनेजर ने बताया कि जब अपहरणकर्ता कार चालक को लौटा रहे थे, तब उन्होंने विरोध किया.
अपहरणकर्ताओं ने मेरे साथ मारपीट भी की. हमलोगों का मोबाइल रख लिया था. एसबीआइ पांकी शाखा के मैनेजर प्रमोद सिंह ने यह नहीं बताया कि आखिर उनका अपहरण क्यों किया है. हालांकि उनके चेहरे पर खौफ साफ तौर पर झलक रहा था.
कैसे हुआ अपहरण
जानकारी के अनुसार, शनिवार को बैंक का काम खत्म होने के बाद शाखा प्रबंधक प्रमोद सिंह, फील्ड मैनेजर अनूप कुमार लाल और लेखापाल एंजल केरकेट्टा बोलेरो में सवार होकर रांची के लिए निकले थे. पांकी–बालूमाथ मार्ग पर तालघाटी के पास आठ–दस की संख्या में हथियारबंद लोगों ने बोलेरो को जबरन रुकवाया. इसके बाद चालक सहित तीनों बैंककर्मियों को कब्जे में ले लिया. चारों को अगवा कर लिया.
सभी को सड़क से 500 मीटर अंदर जंगल में ले गये. करीब दो घंटे बाद हथियारबंद लोगों ने चालक रवींद्र राम को मुक्त कर दिया. वह पांकी थाना क्षेत्र के मंगलपुर गांव का रहनेवाला है. चालक रात करीब नौ बजे पांकी थाना पहुंचा. पुलिस को घटना की सूचना दी. बताया कि वरदीधारी लोगों ने तीनों बैंककर्मियों का अपहरण किया है. सभी फौजी वरदी पहने थे. इसके बाद पुलिस हरकत में आयी.