रंका: रंका प्रखंड के सेमरखांड़ में एक परिवार में पांच साल के बच्चे का नाम तो राशन कार्ड से जुड़ गया, लेकिन परिवार के मुखिया सहित शेष सदस्य का नाम ही गायब है. इसके कारण परिवार के लोगों को जनवितरण प्रणाली की दुकान से चावल नहीं मिल रहा है. इतना ही नहीं, इस परिवार को अन्य कोई भी सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है.
राकेश सिंह के पिता जेठन सिंह खरवार ने बताया कि उसके परिवार में पांच सदस्य होते हैं. इसमें उसके पांच साल के पुत्र राकेश सिंह का कार्ड बन गया, लेकिन राकेश के अलावा परिवार के अन्य किसी सदस्य का नाम राशन कार्ड में नहीं है. राकेश को भी आधार लिंक नहीं होने से उसे भी पांच किलोग्राम चावल नहीं मिलता है. जेठन सिंह ने कहा कि इसके पूर्व राशन कार्ड से उन लोगों को चावल मिलता था. लेकिन जबसे ऑनलाइन मशीन से चावल मिलना शुरू हुआ है, तबसे चावल नहीं मिल रहा है. चावल नहीं मिलने से परिवार में भूखे मरने की नौबत आ गयी है. जेठन सिंह ने कहा कि राशन कार्ड सुधार के लिए मुखिया व बीडीओ को कितनी बार कहा गया, परंतु कोई सुनवाई नहीं हुई. उसने बताया कि राकेश के नाम से प्रधानमंत्री आवास आया है. लेकिन मुखिया यह कहकर नाम काट दिये कि राकेश अभी बहुत छोटा है. उसे आवास का लाभ नहीं मिल सकता है.
नाम अभी कटा नहीं है : मुखिया
इस संबंध में मुखिया अनिल कुमार ने कहा कि नाम अभी कटा नहीं है. राकेश सिंह के आइडी में परिवार का किसी सदस्य का नाम जुड़ा होगा, तो उसके परिवार को आवास मिलेगा.
छूटा हुआ नाम जोड़ा जायेगा : डीएसओ
इस मामले में जिला आपूर्ति पदाधिकारी सह रंका एसडीओ जावेद अनवर इदरीसी ने कहा कि वे इसकी जांच करेंगे तथा जांचोपरांत छूटे हुए परिवार के सदस्यों का नाम राशन कार्ड में जोड़ा जायेगा.