उन्होंने सदाबह नदी में आधार कार्ड बहता हुआ देखा. उनसे जितना बन सका, उन्होंने उसे छान कर निकाला. उन्होंने आधार कार्ड पंचायत समिति सदस्य रामप्रवेश मेहता व बीस सूत्री के प्रखंड अध्यक्ष अजय जायसवाल के पास रख दिया है. उन्होंने बताया कि इस संबंध में डाक विभाग के उच्चाधिकारियों को सूचना दे दी गयी है. बताया जाता है कि बांटने की वजह से डाक कर्मियों ने डाक को नदी में गाड़ दिया होगा. ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने आधार पंजीकरण कराया था, जब महीनों के बाद नहीं मिला तो उन्होंने इंटरनेट से निकलवाया. हुसैनाबाद के एसडीपीओ मनोज कुमार महतो ने इसे गंभीर मामला बताया.
उन्होंने कहा कि यह आम लोगों व सरकार के साथ धोखा है. बीस सूत्री के प्रखंड अध्यक्ष अजय जायसवाल ने बताया कि उन्होंने सांसद व विभागीय उच्चाधिकारियों से इसकी शिकायत की है. उन्होने कहा कि स्थानीय बीडीओ को भी इस संबंध में सूचना दी है. हैदरनगर के पंचायत समिति सदस्य रामप्रवेश मेहता ने बताया कि जो आधार कार्ड उन्हें प्राप्त हुआ है, वह उसे पंचायत प्रतिनिधियों के माध्यम से बांट देंगे.