पाकुड़ नगर. शहर में ट्रैफिक व्यवस्था दिनों-दिन बदतर होती जा रही है. मुख्य सड़कों पर रोजाना लगने वाले जाम से आमजन को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. सुबह और शाम के समय जाम की स्थिति और भी भयावह हो जाता है, जिससे कार्यालय जाने वाले कर्मचारी, स्कूली बच्चे और आम नागरिक घंटों जाम में फंसे रहते हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि सड़कों के किनारे अव्यवस्थित तरीके से खड़ी गाड़ियां और टोटो चालक कहीं भी वाहन रोककर सवारी उतारने-चढ़ाने की प्रवृत्ति इस समस्या को और गंभीर बना रही है. बाजार इलाकों में तो हालात और भी खराब हो जाते हैं, जहां पैदल चलने तक की जगह नहीं बचती. शहर की सड़कों पर पर्याप्त ट्रैफिक पुलिस की तैनाती नहीं होने के कारण जाम को नियंत्रित करना मुश्किल हो जाता है. कई बार एंबुलेंस और आपातकालीन सेवाओं के वाहन भी जाम में फंस जाते हैं, जिससे मरीजों को समय पर अस्पताल पहुंचाना चुनौती बन जाता है. शहरवासियों ने प्रशासन से यातायात व्यवस्था सुधारने, अवैध पार्किंग पर कार्रवाई करने और प्रमुख चौक-चौराहों पर ट्रैफिक पुलिस की तैनाती सुनिश्चित करने की मांग की है.
बोले शहरवासी
शहर में लगातार जाम की समस्याएं बढ़ रही है. लोगों को सड़क पर चलना मुश्किल हो रहा है. जाम को नियंत्रण करने के लिए भी किसी प्रकार की व्यवस्था नहीं की जा रही है.
-मिथेलश कुमार सिन्हाशाम के वक्त बुजुर्गों का सड़क पर निकलना काफी मुश्किल हो रहा है. सड़क पर वाहनों की लंबी कतारों के कारण सड़क पार करने में भी डर लगता है.
– विश्वनाथ पंडितबाजार जाने में काफी परेशानी होती है. पैदल चलने की भी जगह नहीं मिलती. स्कूल बसें भी जाम में फंसी रहती हैं. प्रशासन को ट्रैफिक व्यवस्था दुरुस्त करना चाहिए.
– विरेंद्र सिंहमेरा बैंक कॉलोनी के पास सीएसपी है. अपने घर जानकीनगर से निकलता हूं. हरिणंडगा के पास अक्सर जाम मिलता है. इस कारण सीएसपी पहुंचने में अक्सर लेट हो जाता है.
– नाजमी आलमडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

