डीपीएस में मनाया गया भाषा बंधु पत्र व कहानी श्रृंखला दिवस नगर प्रतिनिधि, पाकुड़. डीपीएस में आयोजित सात दिवसीय भाषा उत्सव-2025 के पांचवें दिन भाषा बंधु पत्र व विभिन्न भाषाओं में कहानी श्रृंखला दिवस मनाया गया. कक्षा 6 से 11वीं तक के छात्रों ने अपनी मातृभाषा व अन्य भारतीय भाषाओं में अपने मित्रों को पत्र लिखकर पारंपरिक पत्र लेखन की संस्कृति दोबारा जीवंत किया. कहानी श्रृंखला गतिविधि के तहत बच्चों ने जहां भाषा है, वहां संस्कृति है विषय पर विभिन्न भारतीय भाषाओं में कहानी का विस्तार किया. कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य छात्रों को यह समझाना था कि भाषा चाहे कोई भी हो, भाव एक ही रहता है. इसी क्रम में सभा के दौरान चतुर चिड़िया कहानी का उदाहरण प्रस्तुत किया गया, जो लगभग सभी भारतीय भाषाओं में लिखी गई है. हिंदी, बंगाली, पंजाबी, गुजराती, मराठी, तमिल, तेलुगु, उर्दू सहित कई भाषाओं में इसकी लोकप्रियता विविधता में एकता का संदेश देती है. विद्यालय के निदेशक अरुणेंद्र कुमार ने कहा कि सीबीएसइ और शिक्षा मंत्रालय का यह प्रयास बच्चों को रटंत पढ़ाई से दूर कर व्यावहारिक सीख की ओर ले जाता है. उन्होंने कहा कि यह उत्सव भारतीय सांस्कृतिक विविधता को समझने और नयी भाषा सीखने में मददगार सिद्ध होगा. प्रधानाचार्य जेके शर्मा ने बताया कि ऐसे आयोजन बच्चों के शब्द-संपदा बढ़ाते हैं. भाषा कौशल को समृद्ध बनाते हैं, जिससे उनका ज्ञान और अधिक व्यावहारिक व व्यापक बनता है.
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