महेशपुर. छठ पूजा को लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में भक्तिमय माहौल बना हुआ है. महेशपुर साप्ताहिक हाट में शनिवार को भी श्रद्धालुओं ने बांस से बने सूप, डाला, कोनिया खरीदते नजर आए. बताया जाता है कि छठ पूजा में सूप में ही पूजन सामग्री सजाई जाती है. इसलिए सूप की बिक्री पूरे साल में छठ में ही अधिक होती है. हालांकि, कुछ लोग तो पीतल का ही सूप खरीद लेते हैं, लेकिन अधिकतर श्रद्धालु बांस के बने ही सूप पर निर्भर रहते है. वही हाट में सूप, टोकरी के अलावा नारियल की दुकानों में भी भीड़ देखने को मिली. सूप अभी बाजार में 100 से 150 रुपये और टोकरी 150 से 220 रुपये बिका. हालांकि पिछले वर्ष सूप की कीमत 80 से 100 तथा टोकरी की कीमत 150 से 220 इस वर्ष मूल्य में वृद्धि हो जाने से लोगो के जेब पर असर दिखा. सूप बनाने वाले अजमेर मियां, किस्मत मियां, बबलू मोहली, राजेश मोहली ने बताया कि बांस की कीमत 100 से 200 रुपये तक है. सूप, डाला तथा अन्य सामान बनाने में काफी मेहनत लगता है. इसलिए दिन प्रतिदिन इसकी कीमत में इजाफा होता जा रहा है.
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