प्रतिनिधि, पाकुड़िया: बासेतकुंडी पंचायत के धावाडंगाल अंतर्गत सगात टोला के लोग आज भी कुएं का दूषित पानी पीने को लाचार हैं. ग्रामीण रवि टुडू, मकु हांसदा, बिटीमय मरांडी, कल्याण मरांडी, सुभाष टुडू ने बताया कि सगात टोला से कुछ दूरी पर सड़क किनारे दो चापाकल हैं, परंतु वे करीब एक साल से खराब पड़े हैं, जिन्हें देखने वाला कोई नहीं है. इसी कारण उन्हें मजबूरन खुले कुएं का पानी पीना पड़ता है. हम लोग बीते 20 वर्षों से इस पथरीले कुएं का गंदा पानी पीने को मजबूर हैं. यहां पांच साल पहले एक और बोरिंग की गई थी, लेकिन वह सफल नहीं हो पाई. लोगों ने बताया कि पाइपलाइन जलापूर्ति योजना का लाभ भी उन्हें नहीं मिल रहा है, जिस कारण उन्हें अब भी खुले कुएं का गंदा पानी पीना पड़ रहा है. ज्ञात हो कि इस गांव में कुछ साल पहले डायरिया का भयानक प्रकोप फैला था, जिससे एक व्यक्ति की मृत्यु भी हो चुकी थी. ग्रामीणों ने विभागीय उच्चाधिकारियों से धावाडंगाल सगात टोला के खराब पड़े चापाकलों को शीघ्र ठीक कराने की मांग की है ताकि उन्हें खुले कुएं के दूषित पानी से छुटकारा मिल सके. साथ ही उन्होंने प्रखंड विकास पदाधिकारी से इस समस्या पर ध्यान देने की मार्मिक अपील की है.
क्या कहते हैं अभियंतामामले की जानकारी मिली है. गांव में जाकर देखा गया कि वहां पानी का लेयर काफी नीचे है.
चंदन सिंह, जेइ, पीएचइडीक्या कहते हैं ग्रामीण
हमलोगों को पानी के लिए काफी परेशानी होती है. यहां कुंआ छोड़कर और पानी की कोई सुविधा नहीं है. सरकार को इस पर ध्यान देने की जरूरत है.रवि टुडूहमलोगों को रोजाना कुएं का गंदा पानी पीना पड़ता है, जिससे हमलोग बीमार भी हो जाते हैं. यहां जलमीनार भी नहीं है.मकु हांसदायहां से कुछ दूरी पर सड़क किनारे दो चापाकल खराब पड़ा हुआ है, जिसे देखने वाला कोई नहीं है. हमलोगों को पानी के लिए काफी परेशानी होती है.
बिटीमय मरांडीइस गांव में 50 परिवार रहते हैं. यहां पानी की कोई सुविधा नहीं है. एक कुआं के भरोसे हमलोगों को गंदा पानी पीना पड़ता है. सरकार को इस पर ध्यान देने की जरूरत है.कल्याण मरांडी
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