पाकुड़. शिवरात्रि के पावन अवसर पर पाकुड़ जिले के शिव मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी. मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना का आयोजन किया गया, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने भाग लिया. शिव भक्तों ने भोले बाबा का आशीर्वाद पाने के लिए पूरी रात जागरण किया और मंत्रों का उच्चारण करते हुए शिवलिंग पर जल अर्पित किया. अमड़ापाड़ा शिव मंदिर का प्रांगण इस बार भी श्रद्धालुओं से खचाखच भरा रहा. मंदिर को फूलों और रोशनी से सजाया गया था, जिससे वातावरण और भी आध्यात्मिक हो गया. शिवरात्रि के दिन मंदिर में विशेष भोग लगाया गया और शिव परिवार की मूर्तियों को नए वस्त्रों से सजाया गया. समिति के अध्यक्ष बबलू भगत ने बताया कि शिवरात्रि के दिन भगवान शिव की विशेष पूजा की जाती है, क्योंकि इस दिन को भगवान शिव के महान उत्सव के रूप में मनाया जाता है. उन्होंने कहा कि इस दिन शिवलिंग पर जल चढ़ाने और रुद्राभिषेक करने से भक्तों के सभी पाप धुल जाते हैं और उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होती है. भगवान शिव के विवाह के पवन मौके पर समिति द्वारा पूरी व्यवस्था की गयी है ताकि सभी भक्त सहूलियत से पूजा-अर्चना कर सकें. शिव बारात भी पूरे गांव में काफी धूमधाम से निकाली गयी. श्रद्धालुओं ने इस दिन व्रत रखा और शिव मंत्रों का जाप करते हुए भगवान शिव की कृपा पाने की कामना की. कई भक्तों ने मंदिर में शिव तांडव स्त्रोत का पाठ किया. महिलाओं ने शिव-पार्वती की पूजा करते हुए अपने परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की. इस अवसर पर मंदिर प्रबंधन समिति ने भक्तों के लिए व्यवस्थाओं का विशेष ध्यान रखा. पानी की व्यवस्था, प्रसाद वितरण और सुरक्षा के लिए पर्याप्त इंतजाम किए गए थे. स्थानीय प्रशासन ने भी मंदिर के आसपास सुरक्षा के लिए पुलिस बल तैनात किया था, ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो. शिव पूजन कार्यक्रम में जजमान के रूप में राहुल भगत और उनकी पत्नी और दूसरे जजमान के रूप में गौतम भगत और उनकी पत्नी शामिल हुईं. पुरोहित संदीप ओझा ने पूजन कार्य संपन्न कराया.
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