प्रतिनिधि, पाकुड़: शहर हो या सदर प्रखंड का ग्रामीण इलाका, इन दिनों उमस भरी गर्मी से लोग परेशान हैं. वहीं दूसरी ओर, शहर से लेकर गांव तक की विद्युत व्यवस्था चरमरा गई है. विद्युत व्यवस्था को लेकर शहर से गांव तक के लोगों में आक्रोश देखा जा रहा है.
बात करते हैं हीरानंदनपुर पंचायत के तलवाडांगा की. तलवाडांगा में बीती रात से लेकर रविवार दोपहर तक विद्युत आपूर्ति बाधित रही. लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. सबसे बड़ी किल्लत पानी की हुई. बिजली नहीं रहने के कारण लोग मोटर से पानी टंकी में नहीं चढ़ा पाए. वहीं चापाकल में लोगों की सुबह से ही लाइन लग गई, फिर भी लोगों को पर्याप्त पानी नहीं मिल पाया. आसपास के लोगों में काफी नाराजगी देखी गई.लोगों का मानना है कि विभाग अभी तक पुराने ट्रांसफार्मरों से ही काम चला रहा है. विभाग नया ट्रांसफार्मर नहीं दे रहा है. वहीं बिजली विभाग का कहना है कि एक ट्रांसफार्मर को सुचारू रूप से चलाने के लिए 11 हजार वोल्टेज की जरूरत होती है, तभी ट्रांसफार्मर 440 वोल्ट बिजली की आपूर्ति कर सकता है. लेकिन ग्रीड से ट्रांसफार्मर को केवल 9 हजार वोल्टेज मिल रहा है. ऐसे में वोल्टेज की कटौती होना स्वाभाविक है. वहीं दूसरी समस्या इस पर अधिक लोड पड़ने के कारण उत्पन्न होती है.लिहाजा, जो भी हो, उमस भरी गर्मी के साथ विद्युत व्यवस्था को लेकर आम जनता परेशान है. भीषण गर्मी और उमस भरे इस मौसम में शहर से लेकर गांव तक प्रतिदिन कई बार लोगों को अघोषित बिजली कटौती का सामना करना पड़ रहा है. लोगों का कहना है कि तेज धूप और उमस ने सभी को परेशान कर रखा है, ऊपर से बिजली की आंख मिचौली और अघोषित कटौती इस समय आग में घी डालने का काम कर रही है.रात हो या दिन, किसी भी वक्त बिजली गुल हो जाती है. एक दिन में आठ से दस बार बिजली का जाना आम बात हो गई है. रात के समय लो वोल्टेज के कारण कूलर और पंखे काम करना बंद कर देते हैं. बिजली की इस आंख मिचौली के कारण छोटे-छोटे बच्चों को ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ता है. क्षेत्र में कब बिजली आएगी और कब कटेगी, इसका कोई समय-सारणी नहीं है. बिजली कटौती ने लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है. यह स्थिति क्षेत्र में लगातार बनी हुई है. गर्मी के मौसम में लोगों को नियमित रूप से बिजली नहीं मिलने से परेशानी और भी बढ़ गई है.क्या कहते हैं ग्रामीण
गर्मी के दिनों में बिजली ही एकमात्र सहारा है जो उमस भरी गर्मी से लोगों को राहत दे सकती है. लेकिन शहर से लेकर गांव तक विद्युत व्यवस्था चरमरायी हुई है. विभाग को इसे दुरुस्त करना चाहिए.
अश्वनी कुमार झातलवाडंगा में पुराने ट्रांसफार्मर से काम चलाया जा रहा था. शनिवार देर रात विद्युत आपूर्ति बाधित हो गई. विद्युत आपूर्ति बाधित होने से पानी को लेकर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.
विभीषण साहाविद्युत व्यवस्था से शहर से लेकर गांव तक के लोग परेशान हैं. विद्युत विभाग को इस पर पहल करनी चाहिए. सबसे बड़ी समस्या बच्चों और बुजुर्गों को झेलनी पड़ रही है.
योगेश झाविभाग को विद्युत व्यवस्था दुरुस्त करना चाहिए. सालों भर मेंटेनेंस का काम चलता है. लेकिन गर्मी में विद्युत की स्थिति बद से बत्तर बनी रहती है. इस पर ठोस पहल करनी चाहिए.
प्रवीण कुमारकहते हैं विद्युत विभाग के पदाधिकारी
वोल्टेज की समस्या है. ग्रीड से पर्याप्त मात्रा में बिजली नहीं मिल पा रही है. जिस कारण लो वोल्टेज की समस्याएं आ रही हैं. अधिक लोड बढ़ जाने के कारण कई जगह से ट्रांसफार्मर खराब होने की बात भी सामने आ रही है. इसे दुरूस्त करने का प्रयास किया जा रहा है.आशीष पटेल, कनीय अभियंता, बिजली विभाग
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है