सेन्हा. प्रखंड क्षेत्र के अलौदी पंचायत अंतर्गत गढ़गांव निवासी कुंवर सिंह की पत्नी रौनक महिला मंडल से जुड़ कर खेती बाड़ी में किस्मत आजमायी और आज मिसाल बनी हुई है. सीता देवी के परिवार की आर्थिक स्थित दयनीय थी. जिसे परिवार का भरण पोषण करने के लिए सीता देवी जंगल से लकड़ी लाकर बाजार में बेच परिवार का गुजारा करती थी. जब गांव में महिला मंडल का गठन हुआ, तो साल 2015 में महिला मंडल से जुड़ी और जेएसएलपीएस के माध्यम से खेती का प्रशिक्षण प्राप्त कर 30 हजार रुपया कर्ज लेकर आलू की खेती की, जिससे सीता देवी को 90 हजार का मुनाफा प्राप्त हुआ और वह जंगल से लाकर लकड़ी बेचने का कार्य छोड़ पूर्णतः खेती बारी का कार्य में रम गयी. जिससे उनके घर वाले भी सहयोग करने लगे. आज के समय में सीता देवी आलू,बैंगन,गोभी,टमाटर,सेम, फ्रेंचबीन, मटर, मकई का खेती कर स्थानीय बाजार के अलावा गुमला, घाघरा,लोहरदगा सहित अन्य बाजारों में सब्जी बेच कर सलाना 2 लाख से 3 लाख रुपया कमा रही है. गढ़गांव जैसा पहाड़ी गांव जो नक्सल प्रभावित क्षेत्र है, वहां खेती बारी का कार्य कर परिवार का भरण पोषण करने वाली सीता देवी अपने गांव के अलावा अगल बगल गांव के महिला पुरुष के लिए मिसाल बनी हुई है. सीता देवी बताती हैं कि वर्ष 2015 से पूर्व घर का आर्थिक स्थिति बहुत खराब था. जिससे घर का गुजारा के लिए जंगल से लकड़ी ला कर बाजार में बेच कर किसी परिवार का भरण पोषण करते थे. परंतु जब गांव में महिला मंडल का गठन हुआ, तो उससे जुड़ कर कर्ज लिये और जेएसएलपीएस के माध्यम से खेती का प्रशिक्षण प्राप्त कर करीब तीन एकड़ जमीन में खेती बारी कर आज अच्छे से अपने परिवार का भरण पोषण कर रहे हैं.जिससे परिवार खुशहाल है.
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