किस्को़ किस्को प्रखंड अंतर्गत खरकी पंचायत की सड़कें वर्षों से बदहाल हैं. कसियाडीह मोड़ से कोचा होते हुए खरकी बाला टोली तक मुख्य सड़क जगह-जगह टूट गयी थी और बड़े-बड़े गड्ढों हो गये थे. इससे लोगों का सुरक्षित आवागमन मुश्किल हो गया था. प्रतिदिन इसी मार्ग से सैकड़ों छात्र-छात्राएं स्कूल और कॉलेज आते-जाते हैं, जिन्हें हर दिन हादसे की आशंका के बीच सफर करना पड़ता था. स्थानीय ग्रामीणों ने कई बार जिला प्रशासन से सड़क की मरम्मत की मांग की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. स्थिति गंभीर देख पंचायत समिति सदस्य मुसर्रत नाज आगे आयीं और उन्होंने निजी खर्च से सड़क मरम्मत का निर्णय लिया. कसियाडीह मोड़ से गांव की ओर ट्रैक्टर और जेसीबी लगाकर लगभग एक किलोमीटर सड़क पर मिट्टी-मोरम डालकर गड्ढों को भरने और सड़क को समतल कराया. मुसर्रत नाज ने कहा कि बार-बार मांग के बावजूद प्रशासन ने कोई पहल नहीं की. मजबूरी में सड़क मरम्मत निजी खर्च से करानी पड़ी, ताकि आम लोगों की जान जोखिम में न पड़े. ग्रामीणों ने इस पहल की सराहना की और कहा कि जब सरकार व प्रशासन चुप रहते हैं, तब जनप्रतिनिधि ही जनता के सच्चे हितैषी साबित होते हैं. मौके पर मौजूद कांग्रेस के युवा नेता जफर इकबाल ने बताया कि सड़क सुधार के लिए हिंडाल्को कंपनी से मोरम देने का अनुरोध किया गया था, लेकिन कंपनी ने यह कहते हुए इंकार कर दिया कि यह क्षेत्र उनके अधीन नहीं है. उन्होंने आरोप लगाया कि कंपनी सिर्फ औपचारिकता निभाती है और स्थानीय लोगों को धूल व बीमारियों का बोझ झेलना पड़ रहा है.
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