कुड़ू़ कुड़ू़. शुक्रवार देर रात से शुरू हुई बारिश शनिवार दोपहर तक जारी रही. लगातार भारी बारिश के बाद प्रखंड की नदियां उफान पर आ गयीं हैं. टिको नदी तट पर बने शिव मंदिर के गर्भगृह तक नदी का पानी पहुंच गया. पानी के तेज बहाव से श्मशान घाट की चहारदीवारी ध्वस्त हो गयी. उफनाई टिको नदी को देखने के लिए भारी संख्या में ग्रामीण पहुंचे. भारी बारिश से साफी नदी में चेटर-जिंगी मुख्य पथ तथा माराडीह-उडुमुड़ू मुख्य पथ पर आवागमन बाधित हो गया. पुलिया पर लगभग चार फीट तक पानी बह रहा है. शुक्रवार शाम से शुरू हुई मूसलाधार बारिश शनिवार को दिनभर होती रही. ग्रामीण रामअवतार प्रसाद गुप्ता, अर्जुन बैठा, महाबीर प्रसाद गुप्ता तथा अन्य ने बताया कि वर्ष 2011 में भी इसी तरह की बारिश हुई थी जब टिको नदी का पानी शिव मंदिर तक पहुंचा था. इस बार भी टिको नदी ने भोलेनाथ का जलाभिषेक कर लिया. नदी के तेज बहाव से श्मशान घाट की चहारदीवारी का बड़ा हिस्सा टूट गया और कई पेड़ बह गये. भारी बारिश से राजकीय बुनियादी विद्यालय कुड़ू में जलजमाव हो गया, जिससे बच्चों को परेशानी हो रही है. प्रखंड परिसर भी जलमग्न हो गया है. चेटर-जिंगी मुख्य पथ पर साफी नदी का जलस्तर काफी बढ़ जाने से आवाजाही ठप हो गयी. दूसरी ओर माराडीह-उडुमुड़ू मुख्य पथ पर बनी पुलिया पूरी तरह जलमग्न होने से लगभग छह घंटे तक आवागमन बाधित रहा. टाटी-कैरो मुख्य पथ पर उमरी के समीप पुलिया तक पानी पहुंच गया है और कभी भी उस पर तेज बहाव हो सकता है. वहीं, टाटी में तालाब का तटबंध टूट गया, जिससे मत्स्य पालन के लिए छोड़ी गयी करीब बीस हजार मछलियां बह गईं. कुल मिलाकर आफत की इस बारिश से जगह-जगह जलजमाव हुआ और नदियों के उफान से आमजन को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा है.
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