लोहरदगा़ काली पूजा को लेकर जिले में तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. पूजा पंडालों को आकर्षक ढंग से सजाया गया है. जगह-जगह भव्य प्रतिमाएं स्थापित की गयी हैं. निंगनी गांव में काली पूजा के मौके पर बकरे की बली दी जाती है. यहां दूर दूर से लोग पहुंचते हैं. बलि के बाद बकरे के सर की नीलामी होती है जिसमें काफी संख्या में लोग पहुंचते हैं. यहां श्रद्धा और आस्था का अद्भुत संगम देखने को मिलता है. निंगनी काली पूजा समिति के अध्यक्ष राजेश साहू ने बताया कि निंगनी की काली पूजा पूरे झारखंड में प्रसिद्ध है. दूर-दूर से लोग यहां काली पूजा के अवसर पर आते हैं. कहा जाता है कि यहां काली मंदिर में सच्चे मन से जो भी मांगा जाता है मां काली उनकी मनोकामना पूरी करतीं हैं. काली पूजा पर बिजली की रंग-बिरंगी झालरों से पूरा इलाका जगमगा रहा है. पूजा समितियों ने सुरक्षा, स्वच्छता और श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशेष व्यवस्था की है. स्थानीय प्रशासन ने भी पूजा के शांतिपूर्ण आयोजन को लेकर आवश्यक तैयारियां की है. सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस बल की तैनाती की गयी है. श्रद्धालु माता काली की आराधना और भव्य विसर्जन जुलूस की तैयारी में जुटे हैं. पूरे जिले में भक्ति और उल्लास का माहौल है.
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