लोहरदगा़ मां दयमंती देवी सेंचुरी फॉर एजुकेशनल नेचर परिसर में बुधवार को ””””साइंस, आर्ट एंड क्राफ्ट एग्जिबिशन”””” का भव्य आयोजन किया गया. प्रदर्शनी का उद्घाटन निदेशक राजेश अग्रवाल, प्राचार्य मनोज पांडे और शुभ्रा सेन सहित अन्य अतिथियों ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया. इस अनूठी प्रदर्शनी में झारखंड की समृद्ध कला-संस्कृति और खान-पान के साथ आधुनिक विज्ञान का अद्भुत समन्वय देखने को मिला. विद्यार्थियों ने अपनी रचनात्मकता के माध्यम से बदलते मौसम, वायुमंडलीय प्रदूषण और जलवायु परिवर्तन जैसे गंभीर वैश्विक विषयों पर प्रभावशाली मॉडल और पेंटिंग प्रस्तुत की. कहीं ग्लोबल वार्मिंग से पिघलते ग्लेशियरों की चिंता दिखी, तो कहीं वनों की अंधाधुंध कटाई से बिगड़ते संतुलन को जीवंत रूप में दर्शाया गया. प्रदर्शनी में स्वच्छ हवा, जल संरक्षण, प्लास्टिक मुक्त समाज और नवीकरणीय ऊर्जा के स्रोतों पर आधारित प्रोजेक्ट्स आगंतुकों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र रहे. झारखंड की जनजातीय कला, लोकचित्र और पारंपरिक हस्तशिल्प ने इस आयोजन को स्थानीय सांस्कृतिक रंगों से सराबोर कर दिया. उपस्थित लोगों ने न केवल वैज्ञानिक प्रयोगों की जानकारी ली, बल्कि अपनी सांस्कृतिक विरासत को भी करीब से समझा. आयोजकों ने बताया कि इस प्रदर्शनी का मुख्य उद्देश्य नयी पीढ़ी को विज्ञान के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण और सांस्कृतिक चेतना के प्रति जागरूक करना है. यह आयोजन शिक्षा, जागरूकता और मनोरंजन का एक उत्कृष्ट संगम साबित हुआ, जिसने समाज को पर्यावरण बचाने का सशक्त संदेश दिया.
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