लोहरदगा़ जिले में लगातार 36 घंटे से हो रही मूसलधार बारिश ने जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है. लोग घरों में दुबकने को मजबूर हैं और दैनिक गतिविधियां ठप हो गयीं हैं. कृषि विभाग की रिपोर्ट के अनुसार जिले में सामान्य वर्षा 294.1 मिमी के विरुद्ध अब तक 384.5 मिमी बारिश दर्ज की जा चुकी है और लगातार बारिश जारी है. इसके कारण नदियां उफान पर हैं, तालाब-कुएं लबालब भर चुके हैं और जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है. लगातार वर्षा से जिले के विभिन्न प्रखंडों में गरीबों के घर गिरने की सूचना मिली है, जिससे बेघर परिवारों के सामने रहने की समस्या खड़ी हो गयी है. कोयल और शंख नदी में बाढ़ की आशंका को देखते हुए जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है. उपायुक्त ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है और संबंधित अधिकारियों को हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया है. किसानों के लिए यह बारिश संकट बनकर आयी है. बारीश का खरीफ फसल और सब्जी की खेती पर सबसे ज्यादा असर पड़ा है. किसानों का कहना है कि ऋण लेकर उन्होंने खेती की थी लेकिन फसलें चौपट हो रही हैं. धान की फसल में डाला गया खाद बारिश की पानी में बह गया है. हाइब्रिड बीजों को अधिक पानी की आवश्यकता नहीं होती लेकिन लगातार बारिश से फसलों में सड़न की आशंका बढ़ गयी है. बड़े पैमाने पर सब्जी की खेती करने वाले किसान भी परेशान हैं. वहीं, अत्यधिक बारिश से कई गांवों का संपर्क पथ टूट गया है, जिससे लोगों को अपने ही गांव तक पहुंचने में कठिनाई हो रही है. रोज कमाने-खाने वाले दिहाड़ी मजदूर सबसे अधिक प्रभावित हैं. शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों की सड़कों पर पानी भर गया है, गड्ढों में जमा पानी से आवागमन जोखिम भरा हो गया है. भारी वर्षा ने किसानों, मजदूरों, विद्यार्थियों और आम नागरिकों की परेशानियां बढ़ा दी है.
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