किस्को़ किस्को प्रखंड अंतर्गत नारी नवाडीह स्थित धुर्वा मोड़ पर रविवार को मोहर्रम के पवित्र अवसर पर हजरत इमाम हसन एवं हजरत इमाम हुसैन की शहादत की याद में तिरंगे के साथ भव्य एवं शांतिपूर्ण हुसैनी जुलूस निकाला गया.इस जुलूस में क्षेत्र के नारी नवाडीह, हुटाप समेत अन्य कई गांवों से काफी संख्या में लोग शामिल हुए. जुलूस के दौरान हुसैनियत के पैगाम को फैलाते हुए लोगों ने या हुसैन जैसे नारों से फिजा को गूंजायमान कर दिया. हजरत इमाम हसन और हजरत इमाम हुसैन की कुर्बानी को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी गयी. लोगों ने बताया कि यह शहादत सिर्फ इतिहास नहीं, बल्कि इंसानियत, इंसाफ और सच्चाई के लिए मर मिटने का पैगाम है. धुर्वा मोड़ पर जुलूस के समापन के पश्चात अस्त्र-शस्त्र चालन का भी आयोजन किया गया. जिसमें स्थानीय अखाड़ा दलों ने परंपरागत हथियारों से आकर्षक प्रदर्शन किया. शौर्य और संयम से भरपूर इन प्रस्तुतियों ने दर्शकों को कर्बला की बहादुरी की याद दिलायी. वहीं, किस्को, चरहु व अन्य स्थानों पर मेले का आयोजन किया गया. जहां विभिन्न गांव के लोग जुलूस लेकर सम्मिलित हुए. त्योहार को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए प्रशासन ने पुख्ता इंतजाम किये थे. मजिस्ट्रेट के रूप में बीडीओ अरुण उरांव, सीओ अजय कुमार, सहायक अभियंता भुनेश्वर सिंह तथा किस्को थाना प्रभारी सुमन मिंज, बगड़ू थाना प्रभारी नरेश यादव की अगुवाई में भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गयी थी. साथ ही युवा सद्भावना मंच की ओर से आपसी सौहार्द और भाईचारे को बनाये रखने के लिए वालंटियर्स की तैनाती की गयी थी. सामाजिक समरसता का अद्भुत उदाहरण पेश करते हुए धुर्वा मोड़ पर विभिन्न गांवों के लोगों ने मिलकर हुसैनी जुलूस का स्वागत किया. इस दौरान विश्वनाथ प्रसाद गुप्ता, विनेश साहू, विनय साहू, संदीप साहू, बुधमन उरांव सहित अन्य ने जुलूस में शामिल लोगों को मिठाई और पानी देकर स्वागत किया. यह दृश्य गंगा-जमुनी तहजीब और आपसी भाईचारे की मिसाल पेश कर रहा था.
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