कुड़ू(लोहरदगा) : सरहुल के मौके पर गुरुवार को पड़हा भवन से भव्य शोभा यात्रा की शुरुआत की गयी. भ्रमण के बाद शोभायात्रा बस स्टैंड पहुंची और सभा में तब्दील हो गयी. समारोह के मुख्य अतिथि कुड़ू प्रखंड प्रमुख परिबा मुंडा ने कहा कि सरहुल प्रकृति पर्व है. इसके आने के साथ ही पेड़-पौधों पर नये पत्ते लगते हैं. आदिवासी प्रकृति के पुजारी है.
आदिवासी समाज प्रकृति को बचा कर रखे हुए हैं. आदिवासी समाज को विकास के पथ पर आगे ले जाने के लिए जागरूक होने की जरूरत है. इससे पहले पड़हा भवन कुड़ू में पहान-पुजार द्वारा पूजा-अर्चना कराया गया. पूजा के बाद शोभायात्रा निकाली गयी. शोभायात्रा में झांकी के माध्यम से प्रकृति की रक्षा करने का संदेश दिया गया. शोभा यात्रा में मांदर तथा नगाड़ा की थाप पर ग्रामीणों ने नृत्य किया. शोभायात्रा इंदिरा गांधी चौक होते हुए बाइपास रोड होकर ब्लॉक मोड़ पहुंची. इसके बाद वापस थाना होते हुए बस स्टैंड पहुंची जहां सभी अतिथियों का पगड़ी पोली करते हुए स्वागत किया गया. सभा को कई अन्य ने संबोधित करते हुए सरहुल के संबंध में जानकारी दी. मंच संचालन सुनील उरांव तथा धन्यवाद ज्ञापन अवधेश उरांव ने किया .
मौके पर बुधना पहान, शनि पहान, चामू पहान, सोहराई पहान, सारू पहान, फागू पहान, सुखराम भगत, अर्जून उरांव, किरण उरांव, ओमकार साहू, केंद्रीय सरहुल संचालन समिति के जतरू उरांव, सुनील उरांव, मंगलदेव उरांव, रूपनारायण उरांव, राजकिशोर उरांव, महाबीर उरांव, अवधेश उरांव, लब्बू उरांव, दुबराज उरांव, रायमुनी उरांव, रजनी उरांव, बंसती उरांव, सरस्वती उरांव, रामसुनदर उरांव, शिबू उरांव, धर्मदेव उरांव, मंटू उरांव, विष्णु दयाल उरांव, कुड़ू थाना के महेंद्र झा, अनुज तिवारी, सोना राम, बी के दीक्षित व अन्य मौजूद थे.