लोहरदगा : गुरुकुल शांति आश्रम के प्रांगण में आचार्य शरतचंद्र आर्य की अगुवाई में वैदिक मंत्रोचारण के साथ हवन -पूजन कार्यक्रम संपन्न हुआ. कार्यक्रम आचार्य महादेव आर्य, किशन आर्य, अर्जुन आर्य की अगुवाई में महर्षि दयानंद सरस्वती जी के बोध दिवस के रूप में मनाया गया. इस अवसर पर आचार्य ने कहा कि हम अपने परंपरा एवं संस्कृति के रूप में वैदिक परंपरा का अनुसरण करें. आचार्य शरतचंद्र आर्य ने कहा कि आज हम सभी संकल्प लें कि महर्षि दयानंद सरस्वती जी के बताये गये मार्ग का अनुसरण कर उनके पथ पर चलें.
आचार्य गणेश शास्त्री ने कहा कि मौजूदा समय में बच्चों को संस्कारशाला में भेजें जहां शस्त्र एवं शास्त्र का प्रशिक्षण मिलता है. तभी हमारे धर्म की रक्षा हम कर सकते हैं और खुद की रक्षा भी कर सकते हैं. उन्होंने बताया कि गुरुकुल शांति आश्रम में कठिन तप के साथ ही ब्रह्मचारीगणों को वेद-वेदांग, उपनिषद समेत शास्त्रों की शिक्षा दी जा रही है.
उन्होंने बताया कि अपनी सभ्यता, संस्कृति, लाठीचार्ज, शस्त्र तलवार चलाना एवं विशेष प्रशिक्षण का आयोजन यहां होता है. उन्होंने कहा कि युवा वर्ग यहां आकर प्रशिक्षण ले सकते हैं. योग शिक्षक भारत स्वाभिमान पतंजलि के जिला प्रभारी प्रवीण भारती ने योग को अपना कर स्वस्थ जीवनशैली जीने की बात बतायी. मौके पर मनोज दास, प्रमोद साहू, सुभाष यादव, शीला रानी आर्या, अनु शर्मा, कनादी देवी, अदिति दास आदि उपस्थित थे.