लोहरदगा : ठेका देने के एवज में ठेकेदार से 17 हजार रुपये घूस लेेते ग्रामीण विकास विशेष प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता (इइ) अमरेंद्र गांधी को एसीबी ने उनके दफ्तर से गिरफ्तार कर लिया. लोहरदगा के भंडरा निवासी ठेकेदार आशुतोष कुमार को पीसीसी कार्य के एग्रीमेंट के लिए उन्होंने रिश्वत की मांग की थी. इससे पहले भी ठेकेदार पहली किस्त के रूप में 50 हजार रुपये रिश्वत दे चुके थे.
रिश्वत की बकाया राशि ठेकेदार बुधवार को दूसरी किस्त के रूप में कार्यपालक अभियंता को 17 हजार रुपये दे रहे थे. इसी दौरान एसीबी ने इइ अमरेंद्र को पकड़ लिया. मौका देख अमरेंद्र ने घूस की राशि को फाइल में छुपा दी. कड़ाई से पेश आने पर फाइल से पैसे निकाल कर एसीबी के पदाधिकारियों को दिये. इस दौरान उन्होंने एसीबी के अधिकारियों को पैसे का प्रलोभन भी दिया.
गिरफ्तारी के बाद ब्लॉक कॉलोनी स्थित उसके आवास में भी पड़ताल की गयी. एसीबी की टीम उसे गिरफ्तार कर रांची ले गयी है.
विधायक फंड में भी लेता था पांच प्रतिशत रिश्वत
कार्यपालक अभियंता की गिरफ्तारी की खबर सुनते ही बड़ी संख्या में ठेकेदार वहां पहुंच गये. उन्होंने कहा कि विधायक फंड के काम में भी अमरेंद्र गांधी पांच प्रतिशत रिश्वत लेता था. इसकी शिकायत जिले के आला अधिकारियों से भी की गयी थी. लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गयी थी. ठेकेदारों ने आरोप लगाया कि कार्यपालक अभियंता बिल भुगतान के एवज में 10 प्रतिशत कमीशन तक लेते थे. रिश्वत लेकर नियमविरुद्ध मनचाहे ठेकेदार को टेंडर दे देते थे.संवेदकों ने कहा, लोहरदगा में रह कर अकूत संपत्ति अर्जित की
ठेकेदारों ने बताया कि लोहरदगा में रहकर कार्यपालक अभियंता ने अकूत संपत्ति अर्जित की है. कार्यपालक अभियंता को जब एसीबी टीम गिरफ्तार कर ले जा रही थी, तो बाहर खड़े ठेकेदार एक साथ चिल्लाने लगे, देखो चोर जा रहा है. पूरी भीड़ उसके पीछे चलने लगी. किसी तरह मुंह छुपा कर वह पुलिस गाड़ी में बैठा.