लोहरदगा : मृतक नीरज राम प्रजापति का शव के पहुंचने के साथ ही पूरा माहौल गमगीन हो गया. रात करीब 7:30 बजे कड़ी सुरक्षा के बीच 30 वाहनों के काफिले के बीच नीरज राम प्रजापति का शव रिम्स रांची से लोहरदगा रघुनंदन लेन स्थित उसके घर लाया गया. पूरा इलाका पुलिस छावनी में तब्दील था. जैसे ही शव लोहरदगा नीरज के घर पहुंचा पूरा माहौल गमगीन हो गया. वहां मौजूद आसपास के लोगों की आंखें नम हो गयी.
सुरक्षा के व्यापक बंदोबस्त किये गये थे. पूरे इलाके को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया था. कुछ समय शव को घर में रखने के बाद लोहरदगा के सेरेंगहातू श्मशान घाट ले जाया गया. जहां शव का अंतिम संस्कार किया गया. शव को मुखाग्नि नीरज के भाई ने दी. जिला प्रशासन ने अंतिम संस्कार के लिए 35 लोगों को शामिल होने की इजाजत दी थी. हालांकि नीरज के अंतिम दर्शन के लिए उसके घर के पास सौ से ज्यादा लोग पहुंचे थे.
जैसे ही शव पहुंचा वहां मौजूद पुलिस के जवानों ने अन्य लोगों को वहां से चले जाने को कहा. ज्ञात हो कि नीरज राम प्रजापति 23 जनवरी को सीएए के समर्थन में निकाली गयी जुलूस में शामिल था और वहां मची भगदड़ के बाद वह घायल हो गया था. जिसका इलाज रांची रिम्स में किया जा रहा था और सोमवार को उसकी मौत हो गयी. वर्तमान समय में नीरज के पिता रूप प्रजापति की स्थिति भी खराब है, जिन्हें बेहतर इलाज के लिए रिम्स रांची भेजा गया है. वे अपने पुत्र का अंतिम दर्शन भी नहीं कर सके.