किस्को/लोहरदगा :किस्को प्रखंड क्षेत्र में 8-10 वर्ष पहले बना चेकडैम बेकार साबित हो रहा है. पहाड़ी पानी को रोक कर सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से बनाया गया चेकडैम अब सिर्फ दिखावा बन कर रह गया है. अधिकांश चेकडैम में फाटक नहीं होने के कारण बारिश का पानी बह जाता है. क्षेत्र में चेकडैम तो बना दिये गये परंतु उसकी देख रेख नहीं होने के कारण चेकडैम बेकार साबित हो रहे हैं.
चेकडैम बनने के कुछ महीनों बाद ही असामाजिक तत्वों द्वारा चेकडैम का दरवाजा तोड़ दिया गया. इससे बरसात का पानी जमा होने के बजाय बह जाता है. बरसात खत्म होते ही सभी चेकडैम सूखे नजर आते हैं. प्रखंड क्षेत्र की परहेपाठ पंचायत के अंतर्गत नागड़ा टोली एवं सेमर टोली के बीच में दो चेकडैम का निर्माण किया गया है, जो बेकार पड़े हैं. वहीं जोरी नदी, बेठहठ, हेसपीढ़ी, डटमा एवं अन्य जगहों पर बने अधिकांश चेकडैम सिर्फ नाम मात्र के हैं. किसानों को उससे कुछ फायदा नहीं होता है.
ये सभी चेकडैम किसानों द्वारा बनाये गये थे. नगडा टोली के 40 किसान, सेमर टोली के 50 किसान, जोरी के 25 किसान एवं डटमा के 30 किसान ने मिलकर चेकडैम का निर्माण कराया था. इस संबंध में बीडीओ ने कहा कि चेकडैम प्रखंड से नहीं बना है. चेकडैम की जानकारी प्रखंड में नहीं है. जिला से जानकारी मिलेगी.