लोहरदगा : शहर में पीने के पानी के लिए हाहाकार मचा है. भीषण गर्मी में भी लोगों को राशनिंग कर पीने की पानी उपलब्ध कराये जा रहे है, जिससे लोग परेशान है. जैसे-तैसे अपनी प्यास बुझाने के लिए व्यवस्था में लगे है. पीने के पानी के लिए लोगों को रातजगा करना पड़ रहा है, तो कुछ लोगों को दूर से पानी की व्यवस्था करना पड़ रही है.
रजमान के पवित्र माह में भी लोगों को पानी उपलब्ध नहीं कराया गया और तो और ईद के मौके पर भी जलापूर्ति सुचारु नहीं हो सकी. ओहदेदार व्यवस्था बनाने की बजाय गर्मी के बहाने अपने घरों में पड़े रहें. लोगों का कहना है कि लोहरदगा के शहरी क्षेत्र में लोग पानी को डब्बों में बंद कर इस तरह रख रहे है, मानो डीजल से पीने का पानी महंगा हो गया है. नगर परिषद के ओहदेदार संवेदक पर और संवेदक व्यवस्था का दोष देकर अपनी कमी छुपा रहे है.
शहर में गंभीर पेयजल संकट है, लेकिन लोगों को पानी के बजाय आश्वासन का घूंट पिलाया जा रहा है. शांति समिति की बैठक में भी जल संकट के मुद्दे को जोर से उठाया गया, लेकिन वहां भी आश्वासन के शिवा कुछ नहीं मिला. लोगों को भीषण गर्मी में पीने की पानी न मिलना प्रशासनिक उदासीनता को दर्शाता है. जब तक व्यवस्था में सुधार नहीं होता, लोग परेशान रहेंगे. पानी नहीं मिलने से लोगों में अंदर ही अंदर आक्रोश बढ़ता जा रहा है. लोहरदगा शहर की एेसी स्थिति पहले कभी नहीं थी.