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प्रकृति के साथ मिल कर चलना सिखाता है सरहुल
सरहुल का त्योहार आपसी भाईचारगी के साथ सौहार्दपूर्ण वातावरण में संपन्न लोहरदगा : प्रकृति पर्व सरहुल पर स्थानीय झखरा कुंबा में भूषण पाहन के नेतृत्व में पारंपरिक तरीके से विश्व शांति को लेकर पूजा-अर्चना की गयी. इस मौके पर सरना समुदाय सहित हिन्दू, मुसलिम, ईसाई समुदाय के लोग उपस्थित थे. सरहुल महोत्सव में बतौर मुख्य […]
सरहुल का त्योहार आपसी भाईचारगी के साथ सौहार्दपूर्ण वातावरण में संपन्न
लोहरदगा : प्रकृति पर्व सरहुल पर स्थानीय झखरा कुंबा में भूषण पाहन के नेतृत्व में पारंपरिक तरीके से विश्व शांति को लेकर पूजा-अर्चना की गयी. इस मौके पर सरना समुदाय सहित हिन्दू, मुसलिम, ईसाई समुदाय के लोग उपस्थित थे. सरहुल महोत्सव में बतौर मुख्य अतिथि स्थानीय विधायक सुखदेव भगत ने सरहुल पर्व की महत्ता पर रोशनी डालते हुए कहा कि सरहुल पर्व प्रकृति के साथ मिल कर चलना सिखाती है.
सरहुल प्रकृति के साथ जुड़ाव तथा हमकदम होकर चलने का त्योहार है. उन्होंने कहा कि आदिवासी समुदाय प्रकृति एवं सृष्टि के अद्भूत रचना की पूजा करते हैं. इंसानी जीवन प्रकृति के बिना अंगीकार के अधूरा है. सरहुल सूर्य, पृथ्वी, आकाश, जल, थल के साथ सभी प्रकार के जीवों थलचर, जलचर, वायुचर सहित सृष्टि के विशाल स्वरूप के आह्वाण करने का त्योहार है. इस दिन से ही सृष्टि अपने नये श्रृंगार के साथ सुंदर स्वरूप से अपने को संवारती है.
मौके पर विशिष्ट अतिथि विधायक विशुनपुर चमरा लिंडा ने कहा कि ग्लोबल वार्मिंग से बचाव के लिए प्रकृति के विराट स्वरूप को बचाना आवश्यक है. प्राकृतिक संरचना ही हमें जीवन देती है. इसलिए हमारे पूर्वज हमें प्रकृति के साथ चलना सिखाते हैं. मौके पर उपस्थित उपायुक्त विनोद कुमार ने जिलेवासियों को प्रकृति पर्व सरहुल की शुभकामना देते हुए कहा कि इंसान प्रकृति के संरचना से दूर रह कर जीवंत नहीं हो सकता है. प्रकृति की रक्षा करना तथा उसकी सेवा करना हर इंसान का पहला कर्तव्य होना चाहिए.
उन्होंने पर्यावरण की रक्षा करने का प्रत्येक नागरिक से आह्वान किया. पुलिस अधीक्षक राजकुमार लकड़ा ने जिले वासियों को सरहुल पर्व की शुभकामना दी. उन्होंने कहा कि सरहुल का त्योहार शांति और भाईचारे के साथ मनायें. पूजा-अर्चना के पश्चात शहर में सरहुल की शोभा यात्रा निकाली गयी.
जो वीर शिवाजी चौक स्थित झखरा कुंबा से निकल कर न्यू रोड होते हुए पावरगंज चौक से कोर्ट रोड होते हुए नदिया स्कूल के समीप मैना बगीचा पहुंची. जुलूस में शामिल महिला-पुरुष और बच्चे पारंपरिक वेशभूषा में ढोल-नगाड़ा बचाते एवं झूमर खेलते चल रहे थे. आदिवासी पाहन पुजार हाथों में सूप, नारियल एवं अन्य पूजा सामाग्री लेकर जुलूस के आगे-आगे चल रहे थे.
जुलूस का मुख्य आर्कषण जिले के विभिन्न क्षेत्रों से आये अखड़ा में झूमर खेलते युवक-युवतियां थे. शोभायात्रा के मौके पर शहर के सभी धर्मों के गण्यमान्य लोग उपस्थित थे.
इस मौके पर विश्वनाथ भगत, चंद्रदेव उरांव, मणि उरांव, रघु उरांव, विनय उरांव, सहदेव उरांव, फुलदेव उरांव, वकील उरांव, दुर्गा केरकेट्टा, सुनैना कुमारी, कलावती देवी, चोन्हस उरांव, सीताराम शर्मा, रमेश उरांव, सोमदेव उरांव, अरविंद उरांव, सुखदेव उरांव, डीएसपी आशिष कुमार महली, सोमे उरांव, बिरसा फूलचंद उरांव, केंद्रीय महाबीर मंडल के अध्यक्ष संदीप गुप्ता, बलराम साहू, विमलकांत सिंह, जयवंती कुमारी भगत, प्रो लोहरा उरांव, बैजू उरांव, टी साहू, आलोक कुमार साहू, पावन तिग्गा, पावन एक्का, विनोद सिंह खेरवार, पहनु उरांव, फिरोज राही, रिजवान अंसारी, अफरोज शाह, रउफ अंसारी, मोमिबून अंसारी सहित काफी संख्या में लोग शामिल थे.
विभिन्न सामाजिक व धार्मिक संगठनों ने किया स्वागत
सरहुल के मौके पर निकली शोभा यात्रा का स्वागत विभिन्न सामाजिक एवं धार्मिक संगठनों द्वारा किया गया. इस मौके पर गुदरी बाजार स्थित हनुमान मंदिर के समीप शोभा यात्रा में शामिल लोगों का स्वागत चना, टॉफी एवं पेयजल के साथ किया गया.
साथ ही न्यू रोड सोनी कांप्लेक्स के समीप समाजसेवी सुशीला कुजूर एवं हाजी अफसर कुरैशी की अगुवाई में जुलूस में शामिल लोगों का स्वागत शीतल पेयजल एवं चना के साथ किया गया. नवयुवक संघ सोबरन टोली ने शरबत पिलाया.
मुख्य पथ थाना चौक के समीप रामनवमी पूजा समिति थाना टोली ने जुलूस में शामिल लोगों काा चना, टॉफी एवं पेयजल के साथ स्वागत किया गया. पुराना शुक्र बाजार अजय उद्यान के समीप स्थानीय लोगों ने जुलूस का स्वागत पेयजल के साथ किया.
भंडरा,लोहरदगा़ भंडरा में सरहुल 21 मार्च को मनाया जायेगा. सरहुल की शोभायात्रा 22 मार्च को निकाली जायगी. इसकी तैयारी पूरी कर ली गयी है. इस अवसर पर सरना पूजा स्थल की साफ-सफाई तथा अखरा काे रंग-रोगन कर सजाया गया है. सड़क के किनारे चौक-चौराहे पर झंडा लगाया गया है.
पहन दशरथ उरांव, पूजार सानिया उरांव, बद्दू उरांव के नेतृत्व में सरहुल की शोभायात्रा अखड़ा से शुरू होकर मेन रोड होते हुए नवडीहा चौक, थाना रोड होते हुए सरना स्थल तक जायेगी. सरहुल पूजा समारोह के लिए आयोजन कमेटी का गठन किया गया.
इसमें अध्यक्ष रामचंद्र उरांव, उपाध्यक्ष इंद्रदेव उरांव, कोषाध्यक्ष सोमरा उरांव, सचिव विजय उरांव, उपसचिव राजेंद्र उरांव, शिव उरांव, राजेश उरांव, जोखन उरांव, जलेसर उरांव, गणेश उरांव को बनाया गया है.
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