लोहरदगा : अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर रांची-टोरी पैसेंजर ट्रेन को महिलाओं के नाम समर्पित किया गया था. तीन आरएल 58653 ट्रेन को लोको पायलट दीपाली अमृत चला रही थी और सहायक लोको पायलट के रूप में रोजी सिन्हा मौजूद थी. गार्ड की ड्यूटी बेला टोप्पो ने निभायी. ट्रेन में टिकट परीक्षक के रूप में उर्सिला […]
लोहरदगा : अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर रांची-टोरी पैसेंजर ट्रेन को महिलाओं के नाम समर्पित किया गया था. तीन आरएल 58653 ट्रेन को लोको पायलट दीपाली अमृत चला रही थी और सहायक लोको पायलट के रूप में रोजी सिन्हा मौजूद थी. गार्ड की ड्यूटी बेला टोप्पो ने निभायी. ट्रेन में टिकट परीक्षक के रूप में उर्सिला टोप्पो, मसिरा सुरीन, एडलिन केरकेट्टा, दीप्ति कच्छप, लोरेन्सिया केरकेट्टा, मीरा यादव मौजूद थी. रेल सुरक्षा बल में कविता कुमारी, लीडिया तिर्की, बेबी खलखो, प्रिया बाड़ा ट्रेन में सुरक्षा की कमान संभाले हुए थी. इस ट्रेन को महिला दिवस पर रेल प्रशासन ने यादगार तोहफा दिया. ट्रेन की पूरी कमान महिलाओं के हाथ में थी.
ट्रेन संचालन कर रही महिलाओं में उत्साह देखा गया.
लोको पायलट दीपाली अमृत ने प्रभात खबर बातचीत करते हुए कहा कि आज खुशी का दिन है कि पूरी ट्रेन का संचालन महिलाएं कर रही है, इससे हमारे समाज में एक बेहतर संदेश जायेगा और महिला पुरुष के बीच जो खाई बनी है, उसे पाटने का मौका मिलेगा. दीपाली ने कहा कि आज महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पुरुषों से कम नहीं है. हर क्षेत्र में महिलाओं ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है. दीपाली ने महिला दिवस पर महिलाओं को संदेश दिया कि कोई भी काम आत्मविश्वास व निर्भीकता पूर्वक करें. मन में कोई हीन भावना न रखें. लड़की ईश्वर की अनमोल देन है. इधर, अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर महिलाओं की कार्य कुशलता को देखने के लिए लोहरदगा रेलवे स्टेशन में काफी भीड़ उमड़ी थी. जो लोग ट्रेन में यात्रा कर रहे थे, वे लोग खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहे थे. खास कर महिलाएं काफी खुश नजर आ रही थी.