पेशरार क्षेत्र के लोगों ने बताया कि यहां तो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण कर दिया गया है लेकिन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में न तो डॉक्टर रहते हैं और न ही कोई स्वास्थ्य कर्मी. स्वास्थ्यकर्मी सप्ताह में एक दिन केंद्र पहुंचकर अपनी ड्यूटी निभाते हैं. प्रखंड क्षेत्र के कानी टोली स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर तथा नर्स के नहीं रहने से ग्रामीणों को स्वास्थ्य सुविधा नहीं मिल पा रही है. स्वास्थ्य केंद्र में एक डाॅक्टर, एक नर्स तथा एक एमपीडबल्यू का पद स्वीकृत किया गया है़ स्वास्थ्य केंद्र भी बना दिया गया है लेकिन यहां डॉक्टरों की बहाली नहीं की गयी है.
वनांचली इलाका होने के कारण इस क्षेत्र में मौसमी बीमारियों का प्रकोप ज्यादा होता है. लोग परेशान रहते हैं. पेशरार क्षेत्र से इलाज के लिए लोहरदगा आना भी उनके लिए काफी कठिन काम हो जाता है. क्षेत्र में डीडीटी का छिड़काव नहीं किया गया है. मलेरिया डायरिया सहित अन्य बीमारियों से बचाव के लिए कोई पहल नहीं की गयी है. प्रखंड क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्वास्थ्य कैंप भी नहीं लगाया गया है. ग्रामीणों का कहना है कि प्रखंड क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग सिर्फ कागजों पर संचालित हो रहा है. धरातल पर यहां कोई काम नहीं हो रहा है. यदि स्थिति यही रही तो बरसात के मौसम में इलाज के अभाव में लोगों की मौत से इनकार नहीं किया जा सकता.