लातेहार ़ अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के तत्वावधान में भगवान बिरसा मुंडा की निकाली गयी संदेश यात्रा मंगलवार को लातेहार पहुंची. यह यात्रा 15 से 27 नवंबर तक निकाली जायेगी. यह यात्रा झारखंड के उलिहातु गांव से प्रारंभ हुई और देहरादून, उत्तराखंड तक रथ यात्रा जायेगी. संदेश यात्रा के लातेहार पहुंचने पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के लोगों ने फूल माला से स्वागत किया. रथ यात्रा में मुख्य रूप से प्रांत संगठन मंत्री निलेश गिरिराज कटारे, राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य रमेश उरांव, जनजाति छात्र कार्य प्रमुख डब्लू भगत, मंटू मुर्मू, कमलेश उरांव, बीरेंद्र प्रसाद, राजमनिष कुमार, इंद्रदेव भगत, जगा उरांव शामिल थे. लातेहार से मेदनीनगर, गढ़वा, दुद्धीनगर, रॉबर्टगंज, बनारस, जौनपुर, कुशभवनपुर, रायबरेली, लखनऊ, सीतापुर, बरेली, मुरादाबाद, सहारनपुर होते हुए देहरादून पहुंचकर बिरसा संदेश यात्रा समाप्त होगी. झारखंड स्थापना दिवस एवं भगवान बिरसा मुंडा के 150 वें जन्म दिवस के उपलक्ष्य में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया है. राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य रमेश उरांव ने कहा कि भारत के स्वतंत्रता संग्राम और जनजातीय चेतना के इतिहास में भगवान बिरसा मुंडा एक ऐसे महानायक हैं, जिन्होंने न केवल अंग्रेजों के दमन के विरुद्ध संघर्ष किया, बल्कि अपने समाज की धर्म, संस्कृति, परंपरा और स्वाभिमान की रक्षा के लिए भी एक क्रांतिकारी आंदोलन खड़ा किया. बिरसा मुंडा के कार्य एवं विचार स्वराज और स्वाभिमान की पुकार है. बिरसा मुंडा ने अंग्रेजी शासन के जमीन हथियाने के खिलाफ अबुआ देसम अबुवा राज का नारा दिया. उलगुलान आंदोलन से जनजातीय एकता का परिचय कराया.
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