तसवीर-6 लेट-7 उपस्थित अधिकारी और चिकित्सक बेतला. बेतला नेशनल पार्क के लुकुमखाड़ क्षेत्र में एक नर हाथी के बच्चे की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गयी, जिससे वन विभाग और स्थानीय लोगों में चिंता का माहौल है. यह घटना मंगलवार रात की है, जब ग्रामीणों ने धान के खेत के पास एक मृत हाथी को देखा. पास में एक कुआं भी था, जिससे आशंका जतायी जा रही है कि हाथी की मौत के पीछे कोई बाहरी कारण हो सकता है. घटना की सूचना मिलते ही पीटीआर (पलामू टाइगर रिजर्व) वन विभाग ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तीन सदस्यीय चिकित्सकीय दल से हाथी का पोस्टमार्टम कराया. पोस्टमार्टम के दौरान उसके छोटे दांत को बरामद किया गया. ग्रामीणों की अपील पर शव को खेत से हटाकर करीब 400 मीटर दूर जेसीबी मशीन से गड्ढा खोदकर दफनाया गया. मौत के कारणों की पुष्टि फिलहाल नहीं हो पायी है. बिसरा को रांची वेटनरी अस्पताल भेजा गया है, जहां से रिपोर्ट आने के बाद वास्तविक कारणों का खुलासा होगा. वन विभाग दो संभावनाओं पर विचार कर रहा है : पहली, हाथी की मौत किसी बीमारी से हुई हो सकती है; दूसरी, किसी विषैले जीव के काटने से जहर फैलने के कारण मौत हुई हो सकती है. इसके अलावा, हाथी के शरीर पर एक काले निशान के आधार पर यह भी आशंका जतायी जा रही है कि वह बिजली के तार की चपेट में आ गया हो, हालांकि यह अभी केवल अनुमान है. पीटीआर प्रबंधन सभी संभावित पहलुओं की गहनता से जांच कर रहा है, जिसमें यह भी शामिल है कि कहीं हाथी की मौत मानव हस्तक्षेप से तो नहीं हुई. डिप्टी डायरेक्टर प्रजेशकांत जेना ने स्पष्ट किया है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही किसी निष्कर्ष पर पहुंचा जा सकता है. फिलहाल विभाग सतर्कता से जांच में जुटा है ताकि वन्यजीवों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके.
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