लातेहार. जिला खेल स्टेडियम परिसर में गुरूवार को रजबार कोयला माइंस औरंगा कोलफील्ड को लेकर खनन, पर्यावरण व प्रदूषण पर जनसुनवाई का आयोजन किया गया. जनसुनवाई में रजबार कोल ब्लॉक परियोजना के पर्यावरणीय स्वीकृति को लेकर जनसुनवाई हुई. इसमें कोयला खनन से प्रभावित छह गांवों के ग्रामीण शामिल हुए. जनसुनवाई में ग्रामीणों ने अपनी-अपनी बातें और समस्याओं को रखा. कंपनी के प्रतिनिधियों ने उनकी समस्याओं के समाधान की बात कही. जनसुनवाई कार्यक्रम में अपर समाहर्ता रामा रविदास ने कहा कि खदान खुलने से क्षेत्र के लोगों को रोजगार मिलेगा. क्षेत्र का विकास तेज गति से होगा. उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन ग्रामीणों की समस्याओं के समाधान के लिए तत्पर है. कोयला खनन क्षेत्र के ग्रामीणों को बुनियादी सुविधाएं दी जायेगी. उन्होंने कहा कि कोयला खनन से प्रभावित होनेवाले ग्रामीणों को तेनुघाट विद्युत निगम लिमिटेड कंपनी सरकारी प्रावधान के तहत मुआवजा और ग्रामीणों को विस्थापित हाेने से लेकर उन्हें बसाने का काम करेगी. खनन गतिविधियां होने से क्षेत्र के लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार से जुड़ेंगे. तेनुघाट विद्युत निगम लिमिटेड के अधीक्षण अभियंता राजेश रतन ने कहा कि कंपनी का रजबार कोयला माइंस से 1351 हेक्टेयर जमीन पर कोयला का खनन करने का लक्ष्य है. इसके अंतर्गत जेरांग, रजबार, रेंची, लेजांग, डडेया और सेरक गांव आते हैं. मौके पर लातेहार सीओ अरविंद देवाशीष टोप्पो, चंदवा सीओ जयशंकर पाठक, बालूमाथ सीओ समेत तेनुघाट विद्युत निगम लिमिटेड के अधिकारी समेत ग्रामीण उपस्थित थे.
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