चंदवा. थाना क्षेत्र के तुरीसोत गांव स्थित महुआटांड़ जंगल में गत शनिवार की शाम सीएमपीडीआइ की ओर से चल रहे भू-गर्भ सर्वे साइट पर माओवादियों ने मजदूरों को बंधक बनाने के बाद दो ड्रिल मशीन समेत छह वाहनों में आग लगा दी थी. इस मामले में चंदवा पुलिस ने माओवादियों के चार समर्थकों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार लोगों में चकला के तुरीसोत निवासी राजकुमार भगत (पिता-सरबजीत भगत) समेत चंदवा के महुआटांड़ के तिलैयादामर निवासी अरुण गंझू (पिता-मैनेजर गंझू), छतीस गंझू (पिता- स्व जनरना गंझू) व गोविंद गंझू (पिता-जगेश्वर गंझू) शामिल हैं. शुक्रवार को थाना परिसर में आयोजित प्रेस वार्ता में बालूमाथ पुलिस अनुमंडल पदाधिकारी बिनोद रवानी ने बताया कि घटना के बाद चंदवा थाना में कांड संख्या 96/25 दर्ज कर पड़ताल शुरू की गयी थी. तकनीकी सेल की मदद से जानकारी मिली कि घटना को माओवादी मनोहर गंझू के दस्ते ने अंजाम दिया था. दस्ते के सदस्यों ने यहां प्रति बोरिंग दो लाख रुपये की मांग की थी. इसके बाद उक्त लोग जंगली क्षेत्र में रहकर पुलिस की गतिविधि पर नजर रख रहे थे. गिरफ्तार लोगों की माओवादियों को खाना खिलाने, ठहराने व अन्य लॉजिस्टिक मुहैया कराने की भूमिका थी. पुलिस ने बताया कि कार्यस्थल से कर्मियों के लूटे गये मोबाइल भी इनके पास से बरामद हुए हैं. पुलिस के अनुसार ये लोग ठेकेदारों, बीड़ी पत्ता व्यवसायियों व अन्य विकास संबंधी कार्यों में लगे संवेदकों से लेवी लेकर माओवादियों तक पहुंचाते थे. छापामारी दल में श्री रवानी के अलावा चंदवा पुलिस निरीक्षक रंधीर कुमार, बालूमाथ थाना प्रभारी अमरेंद्र कुमार, मुरपा पिकेट प्रभारी हुसैन डांग, पुलिस अवर निरीक्षक अजीत कुमार, रवींद्र कुमार सिंह, श्रवण कुमार समेत अन्य पुलिस जवान के शामिल थे. सभी को जेल भेज दिया गया है.
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