40.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

लेटेस्ट वीडियो

तीसरे जुमे पर मांगी अमन व चैन की दुआ

रमजान उल मुबारक के तीसरा जुमा पर जिले भर में मुस्लिम समाज के लोगों ने अकीदत के साथ नमाज अदा की़ जुमा की नमाज के बाद देश में अमन, चैन व भाईचारे की दुआ मांगी गयी.

Audio Book

ऑडियो सुनें

कोडरमा. रमजान उल मुबारक के तीसरा जुमा पर जिले भर में मुस्लिम समाज के लोगों ने अकीदत के साथ नमाज अदा की़ जुमा की नमाज के बाद देश में अमन, चैन व भाईचारे की दुआ मांगी गयी. अजान होते ही लोगों ने मस्जिदों की ओर रुख कर दिया. जामा मस्जिद असनाबाद में मौलाना सरफराज अहमद ने नमाज अदा करायी. मस्जिद-ए-अक्सा असनाबाद, करमा में तकरीर करते हुए मौलाना अख्तर ने कहा कि रमजान माह को तीन अशरों में बांटा गया है़ पहला अशरा रहमत का है़ इसमें अल्लाह अपने बंदों पर रहमत की दौलत लुटाता है़ दूसरा अशरा बरकत का है, जिसमें खुदा बरकत नाजिल करता है, जबकि तीसरा अशरा मगफिरत का है़ इस अशरे में अल्लाह अपने बंदों को गुनाहों से पाक कर देता है़ यह अशरा मगफिरत का चल रहा है़ उन्होंने कहा कि इस माह में रोजेदार अल्लाह के नजदीक आने की कोशिश के लिए भूखे-प्यासे सहित तमाम इच्छाओं को रोकता है़ बदले में अल्लाह अपने उस इबादत गुजार रोजेदार बंदे के बेहद करीब आकर उसे अपनी रहमतों और बरकतों से नवाजता है़

जयनगर में भी अदा हुई नमाज

जयनगर. जामा मस्जिद में मुफ्ती मोहम्मद सलीम ने शुक्रवार को जुमे की नमाज अदा करायी. नमाज अदा करने से पहले तकरीर में रमजान की विशेषताओं पर प्रकाश डाला. उन्होंने बताया कि रमजान में दुनिया भर के मुसलमान पूरे महीने का रोजा रखते हैं. रोजा सिर्फ इबादत और अल्लाह को खुश करने का तरीका भर नहीं है, बल्कि यह इंसान को सही मायने में इंसानियत के ढांचे में ढाल देता है, रोजा एक-दूसरे के दुख-दर्द को समझने तथा मदद करने के लिए प्रेरित करता है. उन्होंने कहा कि मुसलमानों को यह हुक्म दिया गया है कि यदि इस महीने में अपने माल की जकात गरीबों में दोगे तो गरीब का भी पेट भर जायेगा और वह भूखा नहीं रहेगा. उन्होंने रमजान के आखिरी यानी तीसरे असरा की फजीलत बयान करते हुए कहा कि इन आखिर के दस दिनों में खूब तिलावते कलाम पाक और दुआ ए मगफिरत करनी चाहिए. उन्होंने मस्जिदों में इतिकाफ की फजीलत ब्यान की. उलेमाओं ने गरीब और जरूरतमंद लोगों की फिक्र करने, त्योहार के जोश में होश बरकरार रखने और सब्र और सुकून के साथ इबादतें करने की हिदायत दी. नमाज से पहले उलेमाओं ने अगले दिनों में शुरू होने वाली रमजान की खास रातों की विशेष इबादतों पर जोर दिया. उन्होंने अपनी जकात और फितरा भी समय पर अदा करने की ताकीद की, ताकि इस राशि से जरूरतमंद लोग अपनी त्योहारी तैयारियों आसानी से कर सकें. उलेमाओं ने कहा कि त्यौहार की खुशियों में सभी मजहब के लोगों को शरीक करें, ताकि समाज में एक बेहतर वातावरण बना रहे. उन्होंने कहा कि ऐसा कोई काम न करें, जिससे किसी की कोई भावना आहत हो या किसी को कोई परेशानी हो.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

संबंधित ख़बरें

Trending News

जरूर पढ़ें

वायरल खबरें

ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snap News Reel