कोडरमा बाजार. कोडरमा प्रखंड के सुदूरवर्ती क्षेत्र में संचालित मेघातरी बस स्टैंड की बंदोबस्ती को लेकर बुधवार को जिप अध्यक्ष रामधन यादव की अध्यक्षता में नीलामी हुई़ इसमें चार प्रतिनिधि शामिल हुए़ घने जंगल से घिरी कोडरमा घाटी में स्थित मेघातरी बस स्टैंड की बंदोबस्ती के लिए करीब 40 राउंड बोली लगायी गयी. इसमें सर्वाधिक बोली जयनगर प्रखंड के ककरचोली पंचायत के मुखिया राजकुमार यादव ने दो करोड़ दो लाख रुपये लगायी. ऐसे में बंदोबस्ती उनके नाम की गयी. वहीं बोली लगाने में दूसरे स्थान पर अशोक यादव रहे़ अशोक यादव ने एक करोड़ एक लाख तक बोली लगायी. डीसीसी ऋतुराज ने बताया कि चालू वित्तीय वर्ष 2025-26 के 11 माह के लिए मेघातरी बस स्टैंड की बंदोबस्ती दो करोड़ दो लाख में की गयी. पिछले वर्ष इस बस स्टैंड की बंदोबस्ती 74 लाख रुपये में महज 9 माह के लिए की गयी थी़ ज्ञात हो कि मेघातरी बस स्टैंड में मूलभूत सुविधाओं की कमी है. यात्रियों का ठहराव भी नाम मात्र का है़ बावजूद 11 माह के लिए दो करोड़ दो लाख की बोली लगने पर चर्चा का विषय बना हुआ है़ यहां पहले भी अधिक रुपये में बोली लगा लाठी के बल पर निर्धारित दर से ज्यादा चुंगी वसूली की शिकायत सामने आती रही है़ अब दो करोड़ दो लाख रुपये में मात्र 11 महीना के लिए बोली लगाये जाने से कई तरह के सवाल सामने आ रहे हैं. इधर, किसी पंचायत के मुखिया द्वारा बस स्टैंड की बंदोबस्ती लेने पर भी सवाल उठा़ हालांकि, डीडीसी ऋतुराज ने इसे नियम के अनुसार बताया़ डीडीसी के अनुसार संबंधित पंचायत से हटकर बाहर में कोई भी टेंडर प्रक्रिया में शामिल हो सकता है़
बिहार के ग्रुप की इंट्री लेने की चर्चा
मेघातरी बस स्टैंड की बंदोबस्ती भले ही जयनगर प्रखंड के ककरचोली पंचायत के मुखिया राजकुमार यादव ने हासिल की है, पर मामले में अलग तरह की चर्चा सामने आ रही है़ राजकुमार की पत्नी अंजू देवी जयनगर की प्रमुख है़ राजकुमार राजनीतिक क्षेत्र से जुड़े हैं. ऐसे में बस स्टैंड की बंदोबस्ती करोड़ों रुपये में लेने के बाद जिले में यह चर्चा है कि बिहार के ग्रुप ने इस पूरे मामले में इंट्री की है़ हालांकि, बंदोबस्ती लेने वाले ने इससे इंकार किया है़डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है