कोडरमा. जिला विधिक सेवा प्राधिकार, कोडरमा के तत्वाधान में व्यवहार न्यायालय परिसर सभागार में मोटर दुर्घटना मुआवजा से संबंधित जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. उदघाटन मुख्य अतिथि के रूप में प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार बालकृष्ण तिवारी सहित अन्य अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया. यहां व्यवहार न्यायालय के न्यायिक पदाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी व अधिवक्ताओं ने मोटर दुर्घटना मुआवजा अधिनियम से संबंधित कई महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त की. प्रधान जिला जज बालकृष्ण तिवारी ने कहा कि मानवता की सेवा ही पुलिस का सबसे पहला धर्म है. इसका पालन पुलिस पदाधिकारी निष्ठा एवं ईमानदारी से करें. उन्होंने पुलिस पदाधिकारियों से कहा कि कि मोटर दुर्घटना मुआवजा अधिनियम से संबंधित अद्यतन जानकारी प्राप्त कर पीड़ितों को लाभ दिलाने की दिशा में सतत प्रयत्नशील रहे, प्राधिकार उन्हें हर संभव सहायता देने के लिए कृत संकल्पित है. जिला जज तृतीय राकेश चंद्रा ने कहा कि दुर्घटना के शिकार व्यक्तियों को मदद करने में पुलिस का दायित्व सबसे अधिक महत्वपूर्ण है, पुलिस अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन पूरी निष्ठा के साथ करें. मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी अमित कुमार वैश ने हिट एंड रन सहित मोटर दुर्घटना एवं रोड सेफ्टी से संबंधित कई महत्वपूर्ण जानकारी देते हुए कहा कि हिट एंड रन के तहत पीड़ित व्यक्ति अथवा उनके आश्रितों को दो लाख रुपया मुआवजा एवं दुर्घटना के शिकार व्यक्तियों की मदद करनेवाले को केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा प्रोत्साहन राशि दिये जाने का प्रावधान है. अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष जगदीश सलूजा ने कहा कि कार्यशाला अधिवक्ताओं एवं पुलिस पदाधिकारियों के लिए मील का पत्थर साबित होगा. पुलिस उपाधीक्षक रतिभान सिंह ने कहा कि यह आयोजन पुलिस पदाधिकारियों के लिए काफी लाभदायक सिद्ध होगा. कार्यशाला में झारखंड उच्च न्यायालय रांची के आये राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित वरिष्ठ अधिवक्ता अरविंद कुमार लाल ने मोटर दुर्घटना मुआवजा अधिनियम से संबंधित कई कानूनी प्रावधानों पर प्रकाश डाला. कार्यक्रम का विषय प्रवेश कराते हुए प्राधिकार के सचिव गौतम कुमार ने अतिथियों का स्वागत किया. संचालन न्यायालयकर्मी रणजीत कुमार सिंह ने किया. रिसोर्स पर्सन अरविंद कुमार लाल को मोमेंटो एवं शॉल भेंट कर सम्मानित किया गया. मौके पर न्यायाधीश प्रभारी शिवांगी प्रिया, न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी ज्योत्स्ना पांडेय एवं नमिता मिंज, मुंसिफ मिथिलेश कुमार, पुलिस उपाधीक्षक दिवाकर कुमार, न्यायालयकर्मी प्रियंका कुमारी, रवि कुमार, आशीष कुमार सिन्हा, महेंद्र नारायण, अर्जुन सिन्हा, पीएलवी रवींद्र कुमार यादव, मनोज कुमार, पांडेय शेखर प्रसाद, मोनिका कुमारी, कंचन कपूर सहित मध्यस्थ, एलएडीसीएस के अधिवक्ता, पैनल अधिवक्ता व अन्य पुलिस पदाधिकारी, अधिवक्ता व पीएलवी मौजूद थे. धन्यवाद् ज्ञापन अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी मनोरंजन कुमार ने किया.
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