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झोपड़ी में रह रहे नलवा व जमुनिया के बिरहोर
डोमचांच : जिले के अन्य क्षेत्रों की तरह डोमचांच प्रखंड की ढोढाकोला पंचायत स्थित जमुनिया व नलवा में भी बिरहोरों की स्थिति दयनीय है़ यहां बिरहोर परिवार के लोग झोपड़ी में रहते हैं. बिरहोरों की माने तो 15 वर्ष से उन्हें कॉलोनी नहीं मिली. पुरानी कॉलोनी जर्जर हो गयी है. बिरहोर इंदिरा आवास व बिरसा […]
डोमचांच : जिले के अन्य क्षेत्रों की तरह डोमचांच प्रखंड की ढोढाकोला पंचायत स्थित जमुनिया व नलवा में भी बिरहोरों की स्थिति दयनीय है़ यहां बिरहोर परिवार के लोग झोपड़ी में रहते हैं. बिरहोरों की माने तो 15 वर्ष से उन्हें कॉलोनी नहीं मिली. पुरानी कॉलोनी जर्जर हो गयी है. बिरहोर इंदिरा आवास व बिरसा आवास को कॉलोनी बताते है.
गांव के महेंद्र बिरहोर ने बताया कि उनके पास रोजगार नहीं है. वहीं टुन्नू बिरहोर व जीते बिरहोर के नाम पशुशाला निर्माण की योजना तो आयी, पर महीनों से इसका निर्माण कार्य अधूरा पड़ा है. यहां 30 वर्षीय विनय बिरहोर व 80 वर्षीय सुखदेव बिरहोर बीमार मिले . इन्हें कुछ दवा जरूर दी गयी है. गांव की विलीत बिरहोरिन व कुल्लू बिरहोरिन ने बताया कि गरमी के दिन में पेयजल संकट गहरा जाता है, तो नाले का पानी पीना पड़ता है.
गांव के छोटू बिरहोर, बिरजू बिरहोर, बाबूलाल बिरहोर, मुकेश बिरहोर, गोविंद बिरहोर, तिलक बिरहोर, विकास बिरहोर, नीलम बिरहोरिन, बुधन बिरहोरिन, विमला बिरहोरिन, सुनीता बिरहोरिन आदि ने समस्या को दूर करने की मांग की है. इधर, सपही निवासी झाविमो के प्रखंड उपाध्यक्ष त्रिवेणी यादव ने कहा कि सरकार का बिरहोरों के प्रति ध्यान नहीं है.
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