कोडरमा : झारखंड सरकार श्रम विभाग के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का ने कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन फाउंडेशन द्वारा गठित बाल मित्र ग्राम का दौरा किया. सबसे पहले वे ढेबुआडीह बाल मित्र ग्राम पहुंचे और बाल पंचायत के बच्चों से मुलाकात की. यह जाना कि बाल पंचायत का गठन कैसे होता है और उनकी क्या-क्या जिम्मेदारी होती है.
साथ ही अब तक बाल पंचायत ने क्या किया है. उसके बाद प्रधान सचिव बाल मित्र ग्राम के कुछ घरों में भी गये और ग्रामीणों के रहन-सहनकी जानकारी ली. इसके उपरांत वह महिला मंडल, युवा मंडल के सदस्यों से मुलाकात की और उनकी आजीविका के बारे में जानकारी प्राप्त किया. इसके बाद सचिव देवपुर बाल मित्र ग्राम पहुंचे और बाल पंचायत, युवा मंडल एवं महिला मंडल से मिले. महिलाओं ने सचिव को बताया कि हमारे गांव में अभी तक शौचालय नहीं है.
शौच के लिए बाहर जाना पड़ता है, जबकि कोडरमा खुले में शौच मुक्त जिला घोषित किया जा चुका है. श्री एक्का सत्यार्थी फाउंडेशन के कार्यालय पहुंचे. मौके पर वरिष्ठ कार्यक्रम प्रबंधक आशुतोष मिश्रा ने उनका स्वागत किया. उन्होंने सत्यार्थी फाउंडेशन को सुझाव दिया कि महिलाओं के सशक्तीकरण और जनसंख्या नियंत्रण को अपने कार्यो में समाहित करें.
उन्होंने कहा कि सत्यार्थी फाउंडेशन का नूतन प्रयोग बाल मित्र ग्राम एक अनूठी पहल है और झारखंड सरकार का श्रम विभाग यह प्रतिबद्धता जाहिर करता है कि बाल मित्र ग्राम कार्यक्रम को झारखंड के हर जिले में लागू किया जाये. बाल मजदूरी, बाल विवाह और अन्य शोषण के तरीकों से बच्चों को बचाया जा सके. इस अवसर पर श्रम अधीक्षक, सत्यार्थी फाउंडेशन के गोविंद खनाल, हेमांक चौबे, अनिल, मनोज, सुरेंद्र त्रिपाठी, अमित, चंदन, सुबोध, पिंटू, आरिफ, राजू, कृष्णा आदि मौजूद थे.