कोडरमा : पीएम नरेंद्र मोदी के आह्वान पर जिले को सिंगल यूज प्लास्टिक से मुक्त करने को लेकर विशेष तैयारी शुरू कर दी गयी है. जागरूकता अभियान के साथ ही अन्य प्रयास किये जा रहे हैं. पहले फेज में तीन पंचायतों चंदवारा के उरवां, जयनगर के तमाय व कोडरमा के चाराडीह को प्लास्टिक मुक्त बनाने की तैयारी है.
उक्त जानकारी पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के कार्यपालक अभियंता(इइ) विनोद कुमार ने सोमवार को दी. इइ ने बताया कि दो अक्तूबर को इसको लेकर विशेष अभियान चलाया जायेगा. साथ ही फिट इंडिया मूवमेंट के तहत कार्यक्रम होंगे. उन्होंने बताया कि सिंगल यूज प्लास्टिक को संग्रह करने के बाद इसका निस्तारण करने को लेकर विचार विमर्श चल रहा है.
पंचायतों में लगी 6,209 स्ट्रीट लाइट : जिले के विभिन्न पंचायतों में 14वें वित्त आयोग की राशि से सोलर आधारित जलापूर्ति योजना, पेवर ब्लॉक आधारित सड़क व स्ट्रीट लाइट लगाने का कार्य जोरों पर है.
जिला पंचायती राज पदाधिकारी नरेश रजक ने बताया कि 206 जलापूर्ति योजनाओं में से 120 पर कार्य शुरू कर दिया गया है, जिसमें 17 पूर्ण हो गये हैं. वहीं पेवर ब्लॉक आधारित सड़क बनाने की 219 में 120 योजना पर कार्य शुरू हुआ है, 23 पूर्ण हो गये हैं. पंचायतों के गांवों में स्ट्रीट लाइट लगाने का कार्य निजी एजेंसी इइसीएल द्वारा किया जा रहा है. कुल 16,193 स्ट्रीट लाइट लगायी जानी है, जिसमें से 6,209 लग चुकी हैं.
मुश्किल है नया राशन कार्ड बनाना, बचे हैं मात्र 128 यूनिट : जिले में नया राशन कार्ड बनवाना आसान नहीं है. कुल लक्ष्य में से वर्तमान में मात्र 128 यूनिट रिक्त है, जिसमें अत्यंत जरूरतमंद खासकर आयुष्मान भारत को लेकर ही राशन कार्ड बनाकर दिया जा रहा है. अन्य किसी का न राशन कार्ड बन रहा है और न ही नाम जोड़ा जा रहा है.
उक्त जानकारी प्रभारी डीएसओ राजेश साहू ने दी. उन्होंने बताया कि जिले में उज्ज्वला योजना के तहत गैस कनेक्शन देने का कार्य भी अभी रुका हुआ है. हालांकि पूर्व में कुल 91,441 आवेदन मिले थे, जिसमें से 69,830 आवेदन सही थे. 64,776 लोगों को इसका लाभ दिया जा चुका है. शेष पांच हजार लोगों को गैस कनेक्शन संबंधित कंपनियों द्वारा उज्ज्वला का कार्य फिलहाल रोके जाने के कारण नहीं मिला है.
60 हजार के विरुद्ध मात्र 25,857 किसानों का फसल बीमा : जिले में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का हाल अच्छा नहीं है. एक तो पिछले वित्तीय वर्ष में हुए करीब 18000 किसानों में से किसी को बीमा की राशि से भुगतान नहीं हुआ है तो इस वर्ष लक्ष्य से आधा भी बीमा नहीं हो पाया है.
प्रेस वार्ता में पूछे गए सवाल के जवाब में सहकारिता पदाधिकारी चंद्रजीत खलको ने बताया कि इस वर्ष करीब 60 हजार किसानों का फसल बीमा करने का लक्ष्य था, जिसमें 25,857 का ही बीमा हो सका है. उन्होंने बताया कि बीमा आग्रह की विषय वस्तु है. ऐसे में विभाग किसानों से आवेदन ही मांग सकता है.