संविधान में छेड़छाड़ कर मौलिक अधिकारों को कम कर रही है मोदी सरकार
कोडरमा : संविधान बचाओ संघर्ष समिति के आह्वान पर मोदी सरकार द्वारा दलित आदिवासी, पिछड़ा व अल्पसंख्यकों पर किये जा रहे हमले, संविधान के साथ छेड़छाड़ व 13 प्वाइंट रोस्टर के खिलाफ आयोजित भारत बंद के समर्थन में झुमरीतिलैया में विरोध मार्च निकाला गया व महाराणा प्रताप चौक पर सभा की गयी. इससे पूर्व श्रम कल्याण केंद्र से जुलूस निकाला गया.
जुलूस झुमरीतिलैया मुख्य बाजार, झंडा चौक, ओवरब्रिज होते हुए सुभाष चौक पहुंच आंबेडकर की मूर्ति पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी. जुलूस में संविधान बचाओ, देश बचाओ, भाजपा हटाओ, लोकतंत्र बचाओ, 13 प्वाइंट रोस्टर समाप्त करो, संविधान पर हमला बंद करो, 85 प्रतिशत जनता की एकता जिंदाबाद, बाबा साहेब आंबेडकर जिंदाबाद आदि नारे लगाये जा रहे थे. जुलूस वापस होकर महाराणा प्रताप चौक पर सभा में तब्दील हो गयी.
अध्यक्षता संघर्ष समिति के जिला संयोजक व राजद के जिलाध्यक्ष गुलाम जिलानी व संचालन इंद्रदेव राम ने किया. सभा को सीपीएम नेता संजय पासवान, माले नेता श्यामदेव यादव, भाकपा नेता प्रकाश रजक, जेवीएम नेता खालिद खलील, बेदू साव, बसपा नेता प्रकाश आंबेडकर, राजद नेता देवेंद्र मेहता, जिप सदस्य शांति प्रिया, मनोज रजक आदि ने संबोधित किया. वक्ताओं ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार संविधान में छेड़छाड़ कर मौलिक अधिकारों को कम कर रही है. राष्ट्रवाद के नाम पर विपक्षी लोगों को देशद्रोही बता कर अभिव्यक्ति की आजादी को रोका जा रहा है.
विश्वविद्यालयों में 13 प्वाइंट रोस्टर लागू कर दलित, आदिवासी, पिछड़े को शिक्षक बनने से रोक लगाकर आरक्षण पर हमला किया जा रहा है. आज देश में अल्पसंख्यक व दलित भय के माहौल में जी रहे है. भाजपा नीति मोदी सरकार देश में नफरत का माहौल पैदा कर चुनाव जीतना चाहती है, जिसे देश की अमन पसंद जनता कामयाब नहीं होने देगी.
धन्यवाद ज्ञापन विजय रजक व दुर्गा राम ने किया. विरोध मार्च में विजय यादव, जिप सदस्य राजकुमार यादव, पार्षद घनश्याम तुरी, डीएसएमएम के जिला सचिव महेंद्र तुरी, अरशद खान, उमेश यादव, राम बालक चौधरी, सुदर्शन यादव, खगेंद्र राम, डॉ कैलाश राम, जनक देव राम, विजय रजक, दुर्गा राम, सुरेश दयाल तुरी, सकिंद्र कुमार, कैलाश रजक, बसमतिया देवी, सीमा देवी, संजय दास, सुनील दास, गणेश दास, चरणजीत सिंह, कृष्णा चौधरी, बीरेंद्र यादव, जयप्रकाश वर्मा, धीरज यादव, राजेश रजक, विकास रजक, विजय सिपाही, रंजीत दास, हरेंद्र राम, जितेंद्र दास, कैलाश दास समेत दलित, आदिवासी, पिछड़ा व अल्पसंख्यक समुदाय के लोग शामिल थे.