कोडरमा : जिले में आजकल पुलिस प्रशासन खुद का कानून और खुद से फैसले पर काम कर रहा है. प्रशासनिक कार्रवाई व इसके बाद सामने आ रहे परिणाम पर हाल के दिनों में कई सवाल उठ रहे हैं. ताजा मामला वन्य प्राणी क्षेत्र से एक जेसीबी मशीन को जब्त कर छोड़ देने का सामने आया है. इस पूरे मामले में पुलिस की भूमिका पर सवाल उठे हैं. हालांकि, एसपी का दावा है कि मामले में कुछ गलत नहीं हुआ है. नियम के तहत जांच के बाद जेसीबी को थाने से रिलीज किया गया है.
जानकारी के अनुसार 21 फरवरी की रात जिले के डोमचांच थाना क्षेत्र के जंगली इलाके में ढिबरा खनन के दौरान बड़ा हादसा होने की सूचना सामने आयी थी. हालांकि, घटना को लेकर पुलिस ने जब जानकारी लेने का प्रयास किया था तो इसकी पुष्टि नहीं हो पायी थी. अगले दिन अहले सुबह एसपी डाॅ एम तमिल वाणन के निर्देश पर घटना की सत्यता जानने के लिए पुलिस टीम जंगली इलाके में रवाना हुई थी, पर कुछ सुराग नहीं मिल पाया था.
बाद में लोकाई बाइपास रोड के बायीं ओर जंगली इलाके में मशीन की आवाज सुन टीम पहुंची थी, तो अवैध ढिबरा खनन कार्य किया जा रहा था. पुलिस ने खनन कार्य में लगे एक जेसीबी को जब्त किया था, जबकि उसके चालक को भी हिरासत में लिया गया था. बाद में पूछताछ कर चालक को पीआर बांड पर छोड़ दिये जाने की बात पुलिस पदाधिकारियों ने कही थी.
यही नहीं इस कार्रवाई के दिन पुलिस पदाधिकारी का यह भी कहना था कि पुलिस को आते देख खनन कार्य में लगा एक दूसरा जेसीबी चालक वाहन लेकर फरार हो गया. पूरी कार्रवाई एएसपी अजय पाल के नेतृत्व में गयी टीम ने की थी.
अभियान में कोडरमा थाना के एसआइ पवन सिंह, डोमचांच थाना प्रभारी व पुलिस बल के जवान शामिल थे. इस कार्रवाई के बाद जब्त जेसीबी को लेकर कोडरमा थाना में रखा गया. पहले बताया गया कि मामले की जानकारी वन विभाग को दी जा रही है, पर इसी बीच 26 फरवरी को अचानक उक्त जेसीबी को थाने से छोड़ दिया गया.
ऐसे में पुलिस की भूमिका पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं. चर्चा है कि मामले में लीपापोती कर जेसीबी को छोड़ दिया गया. इससे पहले भी उच्चस्तरीय दबाव में अवैध ढिबरा लदे एक वाहन के मामले में वन विभाग की टीम बैकफुट पर आयी थी. अब एक और नया मामला सामने आने पर लोकबाग में अलग चर्चा है.